कागजों के बाहर नहीं आ रही उप डाकघर कोटर की सौगात
सतना | लंबे अर्से के बाद कोटर में डाक विभाग का एक बड़ा कार्यालय बनने जा रहा था जो अब अधर में है। इस बड़े दफ्तर का आगाज होने से पहले ही इसके राह में कई रोड़ा आ गए और अब तक शुरुआत नहीं हो सकी है। इसके पीछे बड़ी वजह ये सामने आ रही है कि कोटर में बीएसएनएल अपने इंटरनेट की लिंक ही नहीं दे पा रहा है। जिसके कारण कोटर में स्वीकृति के बाद भी उप डाकघर की सौगात नहीं मिल रही है। जबकि साल भर से ज्यादा का समय बीत चुका है जब कोटर में विभाग ने उप डाकघर की मंजूरी दी है। इधर बीएसएनएल ने लिंक देने से हाथ खड़े कर दिए तो दूसरी ओर पोस्ट आॅफिस के बड़े अधिकारी भी बेबस नजर आ रहे है और दूसरी काई वैकल्पिक इंतजाम करने में अब तक कामयाब नहीं हो सके हैं। जबकि सांसद सतना की पहल से उपडाकघर कोटर को मिला था।
क्यों नहीं खुल रहा कार्यालय
कोटर में उप डाकघर की सौगात मिले तकरीबन साल भर हो चुके हैं और अब तक वहां पोस्ट आॅफिस का सब डिवीजन कार्यालय नहीं बन सका है। इसके पीछे सबसे बड़ी वजह है कि भारतीय दूर संचार विभाग बीएसएनएल अपना इंटरनेट लिंक डाक विभाग को नहीं दे पा रहा है। दूसरी ओर पोस्ट आफिस में अब कोई भी काम मैनुअल नहीं रहा । सीबीएस कोर बैंकिंग के बाद बिना इंटरनेट के काम नहीं हो सकता है वो भी उप डाकघर जैसे बड़े कार्यालय में। लिहाजा सबसे बड़ी समस्या है बीएसएनएल के इंटरनेंट की जो मुहैया नहीं हो पा रहा है। यही बड़ी वजह है कि कोटर में मंजूरी के बाद भी बड़े दफ्तर का आगाज नहीं हो रहा है।
बीएसएनएल ही विकल्प
दरअसल डाक विभाग के साथ भी एक समस्या ये है कि अनुबंध बीएसएनएल के ही साथ है और डाक सेवा में कोर बैंकिंग के लिए इंटरनेट बीएसएनएल का ही उपयोग किया जाना है। दूसरी ओर बीएसएनएल विभाग को कोटर में सेवा मुहैया करा नहीं पा रहा है। पोस्ट आॅफिस के सामने केवल बीएसएनएल ही एक विकल्प है। इसी अनुबंध के चलते उप डाकघर महज कागजों में सिमट कर रह गया और उपभोक्ताओं को कोई लाभ नहीं मिल पा रहा है। बीते साल भर का समय जाया हो गया और अब तक सफलता नहीं मिली है और आगे कब तक सौगात कागजों से निकल कर हकीकत में आएगी कहना मुश्किल ही है।
खाते व डाक में हो रही लेट लतीफी
पोस्ट आफिस के जानकारों का दावा है कि उप डाकघर के न खुल पाने की वजह से विभागीय काम भी प्रभावित हो रहे हैं। जो डाक सीधे कोटर जानी चाहिए वो पहले बिरसिंहपुर जाती है और फिर कोटर आती है। कोटर में जो खाते खोले जाते हैं वो तीन से चार दिन बाद ओपन होते हैं और इसके पीछे बड़ा कारण है कि खाते अप्रूवल के लिए पहले बिरसिंहपुर जाते हैं उसके बाद खाता धारको को खाता नंबर पासबुक मिलती है। जबकि यदि उप डाकघर का कार्यालय खुल जाए तो ये देरी नहीं होगी और काम सीधे तौर पर होगा। इसके पहले जमीन की समस्या थी जिसका समाधान हो गया तो खबरे ये भी आ रही है कि जिस जगह पर पोस्ट आफिस खुलना था अब वहां के माकान मालिक ने कमरे देने से भी मना कर दिया है। वजह ये कि साल भर से वह महज इंतजार ही कर रहा है।
कोटर में उप डाकघर स्वीकृत है पर बीएसएनएल की लिंक नहीं मिल रही है इसकी वजह से वहां का काम शुरु नहीं हुआ है। अनुबंध के चलते केवल बीएसएनएल का ही इंटरनेट उपयोग में ले सकते हैं। काम में कठिनाई तो है पर बिना लिंक के कोर बैंकिंग नहीं किया जा सकता है।
पीएस अगिनहोत्री, निरीक्षक डाकघर सतना