पटवारी का छलका दर्द, कहा कान फूंकने वाले नेताओं से रहें दूर

गुटबाजी छोड़कर कांग्रेस को मजबूत करने एकजुट हों
भोपाल। प्रदेश कांग्रेस कमेटी ’जय बापू, जय भीम, जय संविधान’ रैली को लेकर पूरे राज्य में कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं को महू आने का निमंत्रण दे रही है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जीतू पटवारी खुद कई विधानसभाओं में जाकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं को आमंत्रित कर रहे हैं। इस दौरान वे गुटबाजी छोड़ने का भी आह्वान कर रहे हैं। इतना ही नहीं पटवारी ने कहा कि कान फूंकने वाले नेताओं से कार्यकर्ताओं को दूर रहना चाहिए, ये नेता संगठन को कमजोर कर रहे हैं।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने मनावर में कांग्रेस के कार्यकर्ताओं और नेताओं को संबोधित करते हुए कहा कि अब गुटबाजी छोड़कर कांग्रेस को मजबूत बनाने के लिए आगे बढ़ना होगा। उन्होंने कहा कि जमीनी स्तर तक कांग्रेस के संगठन को मजबूत करना पड़ेगा। इसमें ग्राम पंचायत स्तर तक कांग्रेस कमेटी का गठन होना चाहिए। पटवारी ने कहा कि आने वाले चार साल तक अगर कांग्रेस के कार्यकर्ता और नेता बिना छुट्टी लिए संगठन का काम करते हैं तो प्रदेश में आने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की सरकार को सत्ता में आने से कोई नहीं रोक सकता है। पटवारी ने मनावर के साथ-साथ कुक्षी और बड़वानी में भी कांग्रेस कार्यकर्ताओं की बैठक लेकर उन्हें महू आने का आमंत्रण दिया।
कांग्रेस का कैंसर है गुटबाजी
पटवारी ने गुटबाजी को कांग्रेस का ’कैंसर’ बताया है। पटवारी ने कहा कि भाजपा का छोटा सा छोटा कार्यकर्ता गांव की चौपाल पर चार लोगों को भाजपा के समर्थन में आगे बढ़ाने के लिए सफलतापूर्वक समझाइश दे देता है। जब विकास की बात होती है तो गांव और विधानसभा से लेकर प्रदेश और देश तक बात नहीं बनती है, तो भाजपा कार्यकर्ता पाकिस्तान से अफगानिस्तान तक चर्चा करता है। पार्टी नेताओं पर बिना नाम लिए हमला करते हुए जीतू पटवारी ने कहा कि यदि पार्टी के जिम्मेदार पदों पर बैठे लोग कान फूंकने वाले नेताओं से दूर हो जाएँ तो आधी बीमारी अपने आप दूर हो जाएगी।
आपके चरित्र में कूट-कूट कर भरी है गुटबाजी
जीतू पटवारी के इस बयान पर भाजपा ने पलटवार किया है, भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल ने इसपर तंज कसा है। सही कहा जीतू पटवारी जी, कौन नहीं जानता कि जबसे जीतू पटवारी ने कांग्रेस संभाली है मध्य प्रदेश कांग्रेस में गुटबाजी चरम पर है। गुटबाजी तो आपके चरित्र में ही कूट-कूट कर भरी है। उन्होंने कहा कि लाखों कार्यकर्ता जब आपकी पार्टी छोड़ कर जा रहे थे तब आपने गुटबाजी के चलते उन्हें नहीं रोका, जब आपने टिकट बांटे तब भी अपने गुट को लोगों को सर्वेसर्वा रखा, कांग्रेस कार्यकारिणी बैठक में गुटबाजी की गेंद किस तरह आपने अपने खेमे में रखी ये भी सबने देखा।