पीएम स्वनिधि: दो नगरीय निकायों की प्रगति 30 फीसदी से भी कम

सतना | पीएम स्वानिधि योजना के प्रति न तो बैंक गंभीर हैं और न ही नगरीय निकाय यही वजह है कि लक्ष्य के मुकाबले अभी तक योजना 50 फीसदी के आकंडे को भी पार नहीं कर पाई है। यहां तक कि नगर निगम सतना समेत जिले की 12 नगरीय निकायों में दो नगरीय निकाय कोटर और न्यू रामनगर ऐसी हैं जहां इस लक्ष्य की प्रगति महज 29 फसदी के करीब है। तीन अपै्रल की स्थित में कोटर में 169 के लक्ष्य के मुकाबले मात्र 49 लोगों को ऋण वितरित किया गया है तो न्यू रामनगर में 813 के मुकाबले मात्र 236 लोगों को ऋण बांटा गया है।

पीएम स्वनिधि योजना की प्रगति की समीक्षा करते हुए बीते दिनों कलेक्टर अजय कटेसरिया ने कम प्रगति पर नाराजगी भी जाहिर की है और योजना के प्रति लापरवाही बरतने वालों पर कार्रवाई की चेतावनी भी दी है इसके बावजूद व्यवस्था में सुधार होता नहीं दिख रहा है। पीएम स्वनिधि योजना के तहत बिना ब्याज के पात्र हितग्राहियों को एक साल का ऋण देने के प्रावधान है। 

बिना ब्याज के 10 हजार का ऋण 
अगर योजना में दिए जाने वाले ऋण की बात करें तो काम शुरू करने लायक एक साल के लिए 10 हजार रुपये का ऋण दिया जाता है। यह योजना मार्च 22 तक के लिए है। जहां तके पीएम स्वनिधि योजना के उद्देश्य की बात है तो इसमें कम ब्याज दर पर 10,000 रुपये तक के काम करने के लिए पूंजीगत कर्ज की सुविधा प्रदान करना,कर्ज की नियमित अदायगी को प्रोत्साहित करना एवं डिजिटल लेन-देन को बढ़ावा देना है। 

सबसे ज्यादा रामपुर व सबसे कम कोटर में
पीएम स्वनिधि योजना के तहत पथ विक्रेताओं को बिना ब्याज का ऋण उपलब्ध कराने के मामले में जिले की रामपुर बाघेलान विधानसभा की दोनों नगर पंचायतें सबसे अव्वल व निम्न पोजीशन पर हैं। रामपुर बाघेलान नगर पंचायत में जहां 76 फीसदी से ज्यादा का लक्ष्य हासिल कर लिया गया है वहीं कोटर नगर पंचायत में यह लक्ष्य महज 29 फीसदी के करीब है। बताया जाता है कि रामपुर बाघेलान नगर पंचायत के सीएमओ विश्वजीत कुशवाहा के द्वारा योजना की प्रगति में व्यक्तिगत रूप से रुचि लेने की वजह से नगर पंचायत रामपुर बाघेलान की इस मामले में उल्लेखनीय प्रगति है।