भोपाल में सीखा विकास, सतना में करेंगे अमल
सतना। महाविद्यालयों को आधुनिक सुविधाओं से जोड़ने के साथ-साथ भागीदारी और उत्तरदायित्वों का बोध कराने के लिए वर्ल्ड बैंक ने प्रदेश सहित जिले के महाविद्यालयीन प्राचार्य और नोडल अधिकारियों को टिप्स दिए हैं। पिछले दिनों भोपाल में आयोजित दो दिनी कार्यशाला में जिले के चार महाविद्यालयों के प्राचार्य और वर्ल्ड बैंक का कामकाज देखने वाले नोडल प्राध्यापकों ने कार्यशाला में शिरकत की।
वर्ल्ड बैंक ने पहले दिन प्राचार्य और दूसरे दिन नोडलअधिकारियों को पांच प्वाइंट पर जोर देने के लिए कहा गया है। यह भी बताया गया है कि जिन प्वाइंट्स पर कमजोर हों तो उसका स्वयं परीक्षण कर कार्ययोजना बनाए। जिसके आधार पर आगे के कामकाज शुरू किए जाएंगे। इसमें स्वशासी कॉलेज से प्राचार्य डॉ नीरजा खरे, नोडल अधिकारी डॉ एससी राय, मैहर से डॉ विनोद कुमार रस्तोगी, कन्या महाविद्यालय से अनुराधा जैन और अमरपाटन से डॉ आलोक सिन्हा शामिल हुए।
जिले के चार कॉलेज शामिल
वर्ल्ड बैंक की इस योजना में जिले के चार महाविद्यालयों को शामिल किया गया है। बताया गया है कि शासकीय स्वशासी स्नातकोत्तर महाविद्यालय सतना, शासकीय कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय सतना, शासकीय विवेकानंद स्नातकोत्तर महाविद्यालय मैहर और शासकीय महाविद्यालय अमरपाटन को इस योजना में जगह दी गई है। ये सभी कॉलेज पीजी पाठयक्रम चलाने वाले हैं। यही कारण है कि अन्य शासकीय महाविद्यालयों को इसमे नहीं रखा गया।
1 साल बाद होगा उपयोग
वर्ल्ड बैंक की इस कार्यशाला में नोडल अधिकारियों को यह भी बताया गया है कि बेंचमार्किंग द्वारा तय किए गए मापदंडों में बेहतर, कमजोर और औसत स्तर के उन पर विकासपरक योजना बनाकर काम करना है। यह कॉलेजों को स्वयं से करना है। हालांकि इसकी जांच बेंचमार्किंग टीम द्वारा की जाएगी। बताया गया है कि लगभग 1 साल बाद बनाई गई कार्ययोजना पर काम करना होगा।