जबलपुर का कुंडम गांव अब कहलाएगा कुंडेश्वर धाम

जबलपुर का कुंडम गांव अब कहलाएगा कुंडेश्वर धाम

शहरों के बाद अब सरकार ने बदले तीन गांवों के नाम
भोपाल। प्रदेश में शिवराज सरकार के दौरान शहरों के नाम बदलने के दौर के बाद अब वर्तमान सरकार ने गांवों के नाम बदले हैं। सरकार ने तीन गांवों के नाम बदल दिए हैं। अब ये गांव नए नामों से पहचानें जाएंगे। इस आशय की अधिसूचना भी सरकार ने जारी कर दी है।
शहरों के नाम बदलने के बाद अब सरकार ने गांवों के नाम बदलने की प्रक्रिया ष्शुरू की है। इसके तहत राज्य के तीन गांवों के नाम बदले गए हैं। ये नाम जबलपुर, सतना जिले के गांवों के बदले हैं। इस आशय की अधिसूचना सरकार ने जारी कर दी है। जारी अधिसूचना के अनुसार जबलपुर जिले के कुंडम गांव का नाम बदलकर ‘कुण्डेश्वर धाम’ रख दिया है। वहीं सतना के गांव ‘कूंची’ का नाम बदलकर ‘चंदनगढ़’ और रामपुर बघेलान के कुड़िया का नाम बदलकर ‘कर्णपुर’ कर दिया है। इसको लेकर राज्य शासन ने अधिसूचना भी जारी की है।
इन शहरों, स्थानों के बदले जा चुके हैं नाम
गौरतलब है कि शिवराज सरकार में शहरों के नाम बदले गए थे। इसके तहत होशंगाबाद को नर्मदापुर, नसरूल्लागंज का नाम भेरूंदा और भोपाल के इस्लामनगर का नाम जगदीशपुर किया गया था। इसी तरह भोपाल के हबीबगंज रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर रानी कमलापति रेलवे स्टेशन किया गया। वहीं भोपाल के मिंटो हाल का नाम परिवर्तन कर कुशाभाऊ ठाकरे सभागार कर दिया गया है। इंदौर जिले में महू के पास पातालपानी स्टेशन को भी टंट्या भील स्टेशन नाम दयि गया है। बिरसिंहपुर पाली को टाउन मां बिरासनी धाम और बावई को माखनगर नाम दिया गया है।
टीकमगढ़ जिले में नाम बदलने की घोषणा का विरोध
सरकार द्वारा टीकमगढ़ जिले के छिपरी गांव का नाम बदलने की भी घोषणा की गई थी। इस गांव का नाम मातृधाम किया जाना है। मुख्यमंत्री की इस घोशणा के बाद अब वहां पर  गांव के लोगों का विरोध भी सामने आया है। छिपरी गांव संत रविदास की जन्मस्थली है, इसके चलते सरकार इसका नाम बदलना चाहती है। गांव के लोगों का कहना है कि इस गांव का नाम छिपरी मातृधाम कर दिया जाए। ताकि संत रविदास की पहचान बरकरार रहे।