गुरु गोविंद सिंह के बालकों की वीरता को स्कूली पाठ्यक्रम में पढ़ाया जाएगा

गुरु गोविंद सिंह के बालकों की वीरता को स्कूली पाठ्यक्रम में पढ़ाया जाएगा

भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि गुरु गोविंद सिंह के जीवन के विविध पक्षों को पाठ्यक्रम में सम्मिलित किया जा रहा है। आने वाली पीढ़ियों को वीर बालकों की शहादत से अवगत कराने के लिए उनके दृढ़ संकल्प, वीरता और बलिदान का उल्लेख भी पाठ्य पुस्तकों में होगा।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने आज राजधानी में वीर बाल दिवस पर दिन की शुरूआत हमीदिया रोड के गुरुद्वारे में मत्था टेककर की। इस दौरान उन्होंने साहिबजादों के बलिदान के स्मरण के साथ की। उन्होंने कहा कि गुरु गोविंद सिंह ने अपना संपूर्ण जीवन, धर्म-समाज और देश के लिए समर्पित कर दिया। ऐसे महान व्यक्तित्व का यह सौभाग्य था कि उनके परिवार ने भी स्वयं को देश पर बलिदान किया। यह इतिहास की अद्वितीय घटना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि गुरु गोविंद सिंह के जीवन के विविध पक्षों को पाठ्यक्रम में सम्मिलित किया जा रहा है। आने वाली पीढ़ियों को वीर बालकों की शहादत से अवगत कराने के लिए उनके दृढ़ संकल्प, वीरता और बलिदान का उल्लेख भी पाठ्य पुस्तकों में होगा। मुख्यमंत्री ने गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी हमीदिया रोड द्वारा वीर बाल दिवस पर गुरुद्वारे की सभी व्यवस्थाएं बच्चों को सौंपने की पहल और बच्चों द्वारा पूरी जिम्मेदारी से किए जा रहे हैं दायित्व निर्वहन की सराहना की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी हमीदिया रोड द्वारा प्रकाशित पुस्तक साहिब  गुरु गोविंद सिंह  के लख्ते जिगर चार साहिबजादे एवं माता गुजरी  की लासानी शहादत की गाथा“ का विमोचन किया।
शब्द जयराम रमेश के, भाव गांधी परिवार और कांग्रेस के हैं
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने जो टिप्पणी की है, उसके शब्द भले ही उनके हों, लेकिन उसके पीछे के भाव गांधी परिवार और कांग्रेस के हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि जहां भी विकास के काम होते हैं, गरीबों के काम होते हैं और हमारे संकल्पों की पूर्ति होती है, वहां पूरा समाज भारतीय जनता पार्टी के साथ आ जाता है, लेकिन इससे कांग्रेस के पेट में दर्द शुरू हो जाता है। जयराम रमेश की टिप्पणी इसका प्रमाण है। यह इस बात का भी प्रमाण है कि कांग्रेस की लाइन ही विकास की विरोधी है। उन्होंने कहा कि जयराम रमेश की टिप्पणी के बाद अब कांग्रेस पार्टी को यह बताना चाहिए कि वह बुंदेलखंड में हो रहे विकास कार्यों के साथ है, या उनके विरोध में है?