जपं हनुमना मामला: जमीन से गायब पीसीसी सड़क, कूप निर्माण, 33 लाख निकाली रिकवरी
रीवा | जनपद पंचायत हनुमना अंतर्गत पंचायतों में किए गए फर्जीवाड़े का एक और मामला प्रकाश में आया है। ढावा तिवरियान पंचायत में कराए गए निर्माण कार्य दस्तावेजों तक पाए गए हैं। जबकि उक्त निर्माण को पूरा दिखाकर राशि का आहरण कर लिया गया है। शिकायत के बाद जिला पंचायत द्वारा दिए गए निर्देश के बाद जो पांच सदस्यीय कमेटी गठित की गई थी, उसने भी पीसीसी सड़क एवं कपिलधारा के कूप निर्माण मौके पर नहीं पाया। जांच दल ने सरपंच-सचिव, रोजगार सहायक एवं उपयंत्री पर 33 लाख की रिकवरी निकाली है। ताज्जुब की बात यह है कि जांच दल द्वारा जो प्रतिवेदन जनपद पंचायत को दिए गए हैं, वह अब तक जिला पंचायत कार्यालय ही नहीं पहुंचे हैं।
ग्राम पंचायतों में निर्माण कार्य के नाम पर विभिन्न पंचायतों में व्यापक पैमाने पर भ्रष्टाचार किया गया है। जिले की जनपद पंचायत हनुमना अंतर्गत ग्राम पंचायत ढावा तिवरियान में कराए गए निर्माण कार्यों में बड़ी अनियमितता सामने आई है। सरपंच-सचिव द्वारा करोड़ों रुपए के कार्य जमीनी स्तर पर करना भले ही दिखाया गया हो परंतु आधे से ज्यादा कार्य मैदानी स्तर से गायब हैं। ग्रामीणों द्वारा फर्जी निर्माण कार्यों की जांच के लिए शिकायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत के पास की थी, जिसमें निर्माण कार्यों की जांच के लिए कमेटी का गठन किया गया था।
मौके पर पहुंची जांच टीम ने यह पाया कि ग्राम पंचायत में तीन पीसीसी सड़क एवं चबूतरा तथा कूप निर्माण के ऐसे कार्य जिन्हें सरपंच-सचिव द्वारा पूरा होना बताया गया है वह मौके पर हैं ही नहीं। उक्त कार्यों का प्रतिवेदन भी जनपद पंचायत हनुमना के सीईओ को दिया गया था। जो अब तक दो माह बीत जाने के बाद भी जिला पंचायत कार्यालय नहीं पहुंच सका है। ऐसे में माना यह जा रहा है कि पंचायतों में किए गए फर्जी निर्माण कार्यों के बाद आहरित की गई राशि में जनपद सीईओ एवं पंचायत के सरपंच तथा जिम्मेदार कर्मचारियों की भूमिका है।
मौके से गायब मिली तीन सड़कें
जनपद पंचायत हनुमना के ग्राम पंचायत ढावा तिवरियान के निर्माण कार्यों की जांच के लिए पहुंची गठित कमेटी ने तीन ऐसी सड़कें जिन्हें कागजों में पूर्ण दिखाया गया था वह मौके पर मिली ही नहीं हैं। जांच दल द्वारा दिए गए प्रतिवेदन में बताया गया है कि रामसहाय के घर से लालता के घर तक जिस सड़क का उल्लेख किया गया है, वह मौके पर नहीं हैं। जबकि 4 लाख 26 हजार आहरित किया गया। वार्ड 8 से 12 सड़क में 9 लाख 96 हजार रुपए का आहरण किया गया है जो मौके से गायब पाई गई है।
इसी तरह मानेन्द्रमणि के घर से रामकिशोर तक बनने वाली 840 मीटर की सड़क को पूर्ण होना बताया गया है। जबकि उक्त सड़क मात्र 210 मीटर ही बनाई गई है। जिसकी राशि 3 लाख रुपए आहरित की गई है। इसी तरह से आंगनबाड़ी भवन निर्माण, सामुदायिक भवन, पशु चरिणी निर्माण, शांति धाम, बर्मी कम्पोस्ट निर्माण, मेड़ बंधान, कपिलधारा कूप निर्माण, ग्रेवल रोड, सार्वजनिक चबूतरा एवं जल व्यवस्था के नाम पर राशि का आहरण किया गया है। जांच टीम ने ग्राम पंचायत के सरपंच श्रीमती सीता शुक्ला, तत्कालीन सचिव सतेन्द्र सिंह तथा वर्तमान सचिव रामदरस द्विवेदी एवं ग्राम रोजगार सहायक श्रीमती प्रियंका त्रिपाठी द्वारा संयुक्त रूप से मिलकर किए गए वित्तीय अनियमितता की प्रस्तावित वसूली की कुल राशि 33 लाख वसूली योग्य लिखा है।
ग्राम पंचायत ढावा तिवरियान में की गई निर्माण कार्यों की जांच के लिए 6 लोगों को शामिल किया गया था, जिसमें सहायक यंत्री आरपी मिश्रा, अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी पुनीत द्विवेदी, उपयंत्री वैभव मिश्रा, पंचायत समन्वय अधिकारी यज्ञनारायण सोनकर, खण्ड पंचायत अधिकारी केपी सिंह, ब्लाक समन्वयक सच्चिदानंद द्विवेदी शामिल थे। इनके द्वारा निर्माण कार्यों की जांच के बाद जो प्रतिवेदन जनपद कार्यालय को दिया गया था उसमें 33 लाख रुपए की वसूली योग्य राशि बताई गई थी।