पहले की मारपीट फिर कार से रौंद कर दी हत्या

सतना | अपराधी तत्वों के जेहन में इन दिनों कानून व खाकी का कोई भय नहीं है। हालात ये हैं कि खुलेआम चोरी से लेकर हत्या की वारदातों को अंजाम डंके की चोट पर दिया जा रहा है और थानों में अपराध के मुताबिक धाराएं दर्ज हो रही हैं। बेलगाम कानून व्यवस्था को पटरी पर लाने कोई कारगर कदम उठाने में पुलिस लगातार नाकाम हो रही है। ऐसा ही एक मामला मैहर का है जहां आरोपियों ने पहले युवक के साथ मारपीट की और जब आरोपियों के अंदर का जानवर सांत न हुआ तो चार पहिया वाहन से युवक को रौंद उसकी हत्या कर दी। 

घटना मैहर थाना क्षेत्र के कटरा मोहल्ला की है जहां आरोपियों ने इस जघन्य हत्याकाण्ड को अंजाम दिया है। मैहर पुलिस ने इस पूरे मामले में दो नामजद व तीन अन्य के विरुद्ध हत्या का मुकदमा दर्ज किया है। हालांकि अभी आरोपी पुलिस की गिरफ्त से बाहर चल रहे हैं। मृतक की लाश रख मैहर के स्टेट बैंक चौराहे में घंटों तक परिजनों ने हंगामा व जाम की स्थिति बनाए रखी। बाद में पुलिस और प्रशासन के समझाईश के बाद मामला सांत हुआ।

इस हत्याकाण्ड के मामले में पुलिस सूत्रों के हवाले से यह जानकारी प्राप्त हुई है कि मृतक सचिन चौधरी उर्फ दिप्पू पिता चंदीदीन 26 साल निवासी वार्ड नं. 15 कटरा मैहर में 25 दिसम्बर की रात तकरीबन 11.30 बजे अपने साथी आशिक चौधरी एवं रोहित कपाड़िया उर्फ बट्टा के साथ मैहर स्टेशन रोड की तरफ जा रहा था तभी पीछे से चार पहिया वाहन में सवार होकर आरोपी प्रकाश सोनी पिता राजू सोनी व राज हलवाई पहुंचे। दोनों का विवाद आशिक व बट्टा के साथ होने लगा लिहाजा सचिन चौधरी दोनों के साथ होने की वजह से बीचबचाव करने लगा।

मारपीट बढ़ने के दौरान दोनों आरोपी गालीगलौज करने लगे लिहाजा सचिन ने आरोपियों से कहा कि सभी को एक साथ गाली मत दो जिसके साथ विवाद है उसे ही अभद्र बातें बोलो और दोनों आरोपी वहां से चले गए। इसी विवाद के चलते आरोपियों ने सचिन को अकेले पाकर लगभग 12 बजे चार पहिया वाहन से रौंदकर उसकी हत्या कर दी। कुल मिलाकर सचिन को बीचबचाव करना इतना महंगा पड़ गया कि उसको अपनी जान से हाथ धोना पड़ गया। पुलिस ने पूरे मामले में आरोपी प्रकाश सोनी व राज हलवाई के विरुद्ध अपराध क्रमांक 1272/20 धारा 302, 294, 34 आईपीसी अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति अधिनियम 3 (1) (द) (ध) 3 (2) (भी) के तहत अपराध पंजीबद्ध किया है। 

साथी पहुंचे घर दी सूचना
फरियादी के अनुसार इस पूरी घटना को अंजाम देते हुए मृतक के साथी आशिक चौधरी, असफाक उर्फ शेरू, बट्टा उर्फ रोहित कपाड़िया ने देखा जिसके बाद तीनों ने सचिन के घर में घटना की सूचना दी। जानकारी लगते ही सचिन के जीजा संजय, मां देववती व उसके भाई मौके पर पहुंच आनन-फानन में मरणासन्न हालत में उसे मैहर के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र ले गए वहां प्राथमिक उपचार के बाद सचिन को सतना जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया। तकरीबन 2.00 बजे रात को परिजन सचिन को लेकर घायल अवस्था में जिला अस्पताल पहुंचे जहां डॉ. छावड़िया ने घायल की नब्ज टटोली तो वह बेजान हो चुका था। लिहाजा डॉ. ने उसे मृत घोषित कर दिया। शनिवार की सुबह डॉक्टरों की टीम द्वारा मरचुरी में रखी डेड बाडी का पीएम कर बाडी को परिजनों के हवाले कर दिया गया। 

चर्चा ऐसी भी
पूरे विवाद को लेकर एक और चर्चा सामने आई है और बताया यह जा रहा है कि विवाद स्टेशन रोड से पहले भी मृतक व उसके साथियों का आरोपियों के साथ हो चुका था। सूत्रों के अनुसार घटना की रात कुछ लोगों द्वारा कटरा मोहल्ले में अवैध शराब की बिक्री का जी रही थी इसी मामले को लेकर सचिन की कहासुनी आरोपियों के साथ हुई थी। बाद में आरोपी सचिन व दोनों साथी आशिक व बट्टा को ढूढ़ते हुए स्टेशन रोड पहुंच गए। उसके बाद विवाद बढ़ता गया और इस बड़ी घटना को आरोपियों ने अंजाम दे दिया। हालांकि यह भी बताया जा रहा है कि पूरी वारदात जिसमें मारपीट व चार पहिया वाहन से युवक को रौंदने के अलावा उसे घसीटने की घटना दीप पैलेस व कृष्णा पैलेस के समीप लगे सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गई है। 

चार पहिया से कृष्णा पैलेस तक घसीटा
मैहर थाना में मृतक का भाई फरियादी कृष्णा ने पुलिस को बताया कि विवाद के बाद प्रकाश सोनी व राज हलवाई निवासी रेलवे स्टेशन के सामने मैहर सफेद रंग की चार पहिया वाहन में सवार होकर तीन अन्य साथियों के साथ पहुंचा और अपनी गाड़ी में सचिन को जबरदस्ती बैठा लिया। उस दौरान गाड़ी को प्रकाश सोनी निवासी पुरानी बस्ती मैहर चला रहा था। सचिन को दीप पैलेस तिराहे तक लेजाकर उसे सामने फेंक मारपीट की गई और वाहन चढ़ा दिया गया। इसके बाद कार में फंसाकर सचिन को कृष्णा पैलेस तक घसीटते हुए ले जाया गया और यहीं उसे फेंककर पाचों आरोपी फरार हो गए। इस घटना में सचिन उर्फ दिप्पू को सिर, पेट, पीठ, मुंह व सीने के अलावा पूरे बदन में गंभीर चोटें आईं हैं। 

लाश रख परिजन करने लगे प्रदर्शन
घटना के बाद घायल को अस्पताल में उपचार मिला लेकिन उसकी जान नहीं बची क्योंकि उसे मरणानसन्न हालत में लाया गया था। पोस्ट मार्टम के बाद जब डेड बाडी लेकर परिजन मैहर पहुंचे तो परिजनों का आक्रोश फूट गया और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर मैहर के स्टेट बैंक चौराहे पर डेड बाडी रख परिजन प्रदर्शन करने लगे और धीरे-धीरे माहौल गरम हो गया। गिरफ्तारी की मांग के चलते परिजन हंगामा करने लगे। इस दौरान पुलिस से भी प्रदर्शनकारियों की छीनाझपटी हुई।

जब लोग उग्र होने लगे और हंगामा बढ़ता ही गया तो सतना में आईजी मीटिंग को छोड़ एसडीओपी हिमाली सोनी मैहर रवाना हुईं तब तक कार्यपालिक मजिस्ट्रेट मानवेन्द्र सिंह भी मौके पर पहुंचे। पुलिस और प्रशासन ने जब समझाईश दी तब प्रदर्शनकारी सांत हुए और बाडी अंतिम संस्कार के लिए ले गए। हालांकि इसके पहले मैहर में आसपास के थाने का भी बल मंगा लिया गया था। पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है और वारदात के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं।

चार पहिया वाहन से रौंद जिस सचिन चौधरी को मारा गया वह भी आदतन अपराधी था। पुलिस कप्तान के मुताबिक सचिन के विरुद्ध मैहर व आसपास के थानों में 30 से अधिक अपराध दर्ज हैं। इतना ही नहीं मृतक को बीते साल जिला बदर किया गया था। वहीं हत्यारोपी राजहलवाई पर भी मुकदमें दर्ज हैं लिहाजा दोनों आदतन अपराधी हैं और घटना स्थल से पहले भी दोनों के बीच विवाद हुआ था। फिलहाल मुकदमा 302 को दर्ज है। आरोपियों की तलाश है।