कोरोना का भय: भोपाल, जबलपुर एवं इंदौर जाने वाली ट्रेनों को सवारियों के लाले

सतना | लंबे समय तक लॉकडाउन का भय इस कदर अप्रवासी श्रमिकों मे दिख रहा है कि महाराष्ट्र एवं गुजरात से आने वाली ट्रेनें खचा-खच भरी आ रही हैं। डाउन की ट्रेनों में वेटिंग लिस्ट सातवें आसमान पर पहुंच रही है।  कोई टॉयलेट में बैठ कर अपने घर भाग रहा है तो कोई कोच के अंदर चद्दर लगा कर ऊपर बैठ कर सफर कर रहा है। यूपी-बिहार जाने वाली ट्रेनों में भूसें की तरह भर कर यात्री सफर कर रहे हैं। जबकि अप की ट्रेनें खाली दौड़ रही हैं।

साल के 365 दिन फुल रहने वाली रेवांचल इन दिनों खाली दौड़ रही है। बताया गया कि शनिवार को रेवांचल में एसी से लेक र जनरल श्रेणी की सींटें खाली थी, सबसे ज्यादा सीटें स्लीपर कोच में साढ़े 5 सौ से ज्यादा सीटें खाली थीं, वहीं जबलपुर जाने वाली इंटरसिटी व रीवा-जबलपुर स्पेशल ट्रेन एकदम खाली गई। ये स्थिति तब बनी हुई है जब प्रदेश के अंदर भोपाल, जबलपुर और इंदौर हॉटस्पॉट जोन बने हुए हैं। महाराष्ट्र-गुजरात जैसे औद्योगिक राज्योें की तरफ जाने से यात्री हाय तौबा कर रहे हैं। 

दो दिन में एक लाख से ज्यादा की टिकट रद्द
कोरोना के बढ़ते खौफ को देखते हुए अब यात्रियों ने अपनी यात्रा रद्द करनी शुरू कर दी है। पिछले दो दिनों में सतना आरक्षण कार्यालय से लगभग एक लाख से ज्यादा की टिकटों का रिफंड किया गया है। बताया गया कि शुक्रवार- शनिवार को लगभग डेढ़ सौ यात्रियों ने अपनी यात्री रद्द कराई है। प्रतिदिन आरक्षण के आंकड़ों की बात करें तो पिछले हफ्ते से बुकिंग में काफी गिरावट आई है और रिफंड का ग्राफ तेजी से बढ़ा है। अगर यही हाल रहा तो रेलवे को बाहर से कैश मंगाने की जरूरत पड़ेगी।