रेलवे: थिकवेब स्विच का कमाल, 160 किमी की स्पीड से दौड़ेगी ट्रेन, सुरक्षा भी बढ़ेगी
सतना | रेलवे ने मिशन रफ्तार के तहत तेजी से कार्य करना शुरू कर दिया है। इसमे ट्रेनों की गति बढ़ाने के साथ-साथ संरक्षा पर भी ध्यान दिया जाएगा। थिकवेब स्विच के कमाल से गाड़ियों की स्पीड 110 से 160 किमी प्रति घंटे हो जाएगी। जानकारों के अनुसार रेलवे ने जबलपुर -मानिकपुर रेल खंड में आने वाले दिनों में इस तकनीक का इस्तेमाल कर ट्रेनों की स्पीड़ बढ़ाने की तैयारी शुरू कर दी है।
बताया गया कि पश्चिम मध्य रेलवे जोन ने अब रेल लाईनों में सामान्य प्वाईन्ट की जगह थिकवेब स्विच लगाना शुरू कर दिया गया है। रेलवे बोर्ड ने गत बीते वर्ष में पश्चिम मध्य रेल को 150 थिकवेब स्विच लगाने का लक्ष्य दिया था लेकिन पश्चिम मध्य रेल ने तीव्रगति से कार्य करते हुए गत बीते वर्ष (अप्रैल 2020 से मार्च 2021) तक लक्ष्य से लगभग डेढ़Þ गुना 220 थिकवेब स्वीच रेल लाईनों में लगाकर एक कीर्तिमान स्थापित किया। ये कार्य अधिकतर मुख्य रेल लाईनों पर किया गया। तीनों मंडलों में यह कार्य स्वीकृत है एवं मुख्य गु्रप ए मार्गों पर प्राथमिकता देते हुए इस कार्य को किया जा रहा है। भविष्य में गति एवं संरक्षा की द्वष्टि से महत्वपूर्ण सिद्व होगा।
थिकवेब स्विच की प्रमुख विशेषताएं
- ट्रेनों की गति 130 कि.मी. प्रति घंटे से बढ़ाकर 160 कि.मी. प्रति घंटे की जा सकती है।
- लॉग हाल मालगाड़ी जैसी भारी गाड़ियों के भार को सहने की अदभुत क्षमता।
- सामान्य प्वाईन्ट की तुलना में थिकवेब स्वीच की विश्वसनीयता बहुत अधिक है।
- संरक्षा की द्वष्टि से सामान्य स्विच की तुलना में अधिक सुरक्षित है।
- लगभग 3 गुणा महंगा होने के बाबजूद नई रेल लाइनों में लगाया जा रहा है, जो सुरक्षा की द्वष्टि से महत्वपूर्ण है।
- सामान्य स्विच की तुलना में थिकवेब स्विच का जीवन 3 गुना अधिक होता है, साथ ही साथ इसका रखरखाव बहुत ही कम करना पड़ता है।
- यात्रियों को आरामदायक यात्रा में और होगी बढ़ोत्तरी क्योंकि ट्रेनों के प्वाईन्ट बदलने के समय नहीं लगेगा झटका।
50 किमी प्रति घंटा बढ़ जाएगी स्पीड
पमरे द्वारा इस कार्य को तीव्र गति से किया जा रहा है जिससे गाड़ियों की गति को अधिक बढ़ाया जा सके। पश्चिम मध्य रेल में अभी तक मेल/एक्सप्रेस गाड़ियों की अधिकतम गति 130/110 कि.मी. प्रतिघंटा की गति से अनुमत थी। जिसे अब बढ़ाकर 160 कि.मी. प्रति घंटे की गति से चलाया जाएगा। इस स्विच को लगाने में लगभग ढाई से तीन घंटे के ब्लॉक के साथ 30 से 40 कर्मचारियों की आवश्यकता पड़ती है।