मरीजों पर महंगाई की मार: SGMH प्रबंधन ने डाइट में कर दिया कटौती
रीवा | मंहगाई का असर अब अस्पताल में भर्ती मरीजों के सेहत पर पड़ने वाला है। संजय गांधी अस्पताल प्रबंधन मरीजों की डाइट में कटौती कर दिया है। बजट के अभाव में ऐसा करना पड़ रहा है। दरअसल तीन साल से शासन ने मरीजों की डाइट का बजट नहीं बढ़ाया है। 48 रुपये में मरीजों को सुबह का नाश्ता और दोनों टाइम का खाना दिया जा रहा है। लेकिन वर्तमान समय में ऐसा संभव नहीं हो पा रहा है। ऐसे में प्रबंधन उनकी डाइट कम कर उक्त राशि में मरीजों का डाइट पूरी करने का प्रयास कर रहा है।
शासन की योजना के तहत सरकारी अस्पतालों में भर्ती मरीजों को नश्ता से लेकर खाना तक मुफ्त में मुहैया कराया जाता है। इसके लिए हर माह लाखों रुपये का बजट आवंटित किया जाता है। संजय गांधी अस्पताल और गांधी मेमोरियल अस्पताल के लिए भी बजट दिया जाता है। लेकिन पिछले तीन वर्षों से जो राशि तय की गई है, उसे बढ़ाया नहीं गया है। जबकि डाइट में उपयोग होने वाली सामग्रियों का दाम 20 से 30 प्रतिशत तक बढ़ गया है।
हैरानी की बात यह है कि अभी भी इन अस्पतालों में भर्ती मरीज को 48 रुपये प्रति मरीजों की दर से बजट शासन की ओर से आवंटित किया जा रहा है, जिसमें सुबह का चाय नश्ता, दूध, फल एवं दोनों टाइम का खाना देना होता है। लेकिन अब अस्पताल प्रबंधन को मुश्किल हो रही है। लिहाजा प्रबंधन ने बीच का रास्ता निकाला है। बताया गया है कि मरीजों की डाइट में कटौती कर दी गई है।
सेहत पर पड़ेगा असर
उल्लेखनीय है कि अस्पताल में भर्ती मरीजों को चिकित्सकों के अनुसार तैयार किए गए डाइट के आधार पर नाश्ता एवं खाना दिया जाता है। लेकिन यदि इसमें बजट के कारण बदलाव किया गया तो इसका असर सीधे मरीजों की सेहत पर पड़ेगा। इसे लेकर कुछ चिकित्सकों ने चिंता भी व्यक्त की है। लेकिन उनका कहना है कि जब शासन स्तर से बजट ही नहीं आएगा तो डाइट मेंटेन रखना मुश्किल हो जाएगा।
दो वर्ष में खर्च हुआ पौने 3 करोड़ रुपए
अस्पताल से मिले आकड़ों के अनुसार 1 जनवरी 2020 से लेकर 31 दिसंबर 2020 के बीच अस्पताल में 2 लाख 18 हजार 594 मरीजों को खाना व नाश्ता वितरित किया गया। यानी औसतन हर दिन 599 मरीजों को खाना दिया गया। ऐसे में एक साल में 1 करोड़ 4 लाख 92 हजार 512 रुपये का खर्च आया। जबकि वर्ष 2019 में 3 लाख 59 हजार 754 मरीजों को खाना व नाश्ता दिया गया था, जिसमें 1 करोड़ 72 लाख 68 हजार 192 रुपये का व्यय हुआ था।
शासन के पाले में अटका है प्रस्ताव
बताया जा रहा है कि अस्पताल प्रबंधन ने डाइट की सामग्रियों के बढ़े हुए दाम को लेकर मेडिकल कॉलेज के जिम्मेदार अधिकारियों के सामने बात रखी थी। उनकी सहमति से एक प्रस्ताव भी तैयार किया गया। जिसमें डाइट की राशि 48 से बढ़ा कर करीब 60 रुपये करने का अनुरोध किया गया। यह प्रस्ताव शासन के पास पिछले कई माह से अटका है, जिसमें अभी तक सुनवाई नहीं हुई। लिहाजा अस्पताल प्रबंधन ने बीच का रास्ता निकाल कर मरीजों के दिए जाने वाले डाइट को ही कम कर दिया है।
अभी मरीजों को दिए जाने वाली डाइट में 48 रुपये प्रति मरीज की दर से शासन बजट दे रहा है। इसे बढ़ाने के लिए शासन के पास प्रस्ताव भेजा गया है। जल्द ही इसका कुछ निराकरण निकलेगा। क्योंकि पिछले कुछ सालों में सामग्रियों के दाम बढ़े हैं। लिहाजा 48 रुपये में डाइट देन मुश्किल हो रहा है।
डॉ. एसपी गर्ग, अधीक्षक एसजीएमएच रीवा