दिग्विजय, भूरिया नहीं जीत पाए आखिरी चुनाव
कांग्रेस ने प्रत्याशी चयन की प्रक्रिया के दौरान वरिश्ठ नेताओं को मैदान में उतारते हुए रतलाम-झाबुआ से कांतिलाल भूरिया और राजगढ़ से पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को प्रत्याशी बनाया था। हालांकि दोनों नेता चुनाव लड़ने के इच्छुक नहीं थे, मगर पार्टी के निर्देश पर मन मारकर चुनाव मैदान में उतरे। जब वे मैदान में उतरे तो दोनों ने जनता के बीच साफ कर दिया था कि बढ़ती उम्र को देखते हुए यह चुनाव उनका आखिरी चुनाव है। इसका असर भी दिखा। दोनों नेताओं को उम्मीद थी कि उनकी इस घोश्णा से उनके पक्ष में मतदाता की सहानुभूति नजर आएगी। इसी उम्मीद से पूरे समय चुनाव प्रचार में जुटे रहे। मगर आज जब परिणाम आए तो दोनों नेताओं की अपील को वहां के मतदाता ने नकार दिया। दोनों नेताओं को चुनाव में हार का सामना करना पड़ा।