भारतीय संस्कृति में एक वृक्ष का महत्व दस पुत्रों के बराबर
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि भारतीय संस्कृति में एक वृक्ष का महत्व दस पुत्रों के बराबर माना गया है। वनस्पति के साथ-साथ नदी, पहाड़ आदि को जीवंत मानना हमारी संवदेनशील सांस्कृतिक परम्परा का प्रतीक है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आहवान पर पूरे देश में संचालित “एक पेड़ माँ के नाम“ अभियान के अंतर्गत राज्य शासन ने भी प्रदेश में वृहद वृक्षारोपण का संकल्प लिया है। इस क्रम में प्रदेश में 5 करोड़ 50 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य है। इंदौर में 51 लाख, भोपाल और जबलपुर जिले में 12-12 लाख पौधे लगाए जाएंगे।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव जंबूरी मैदान पर आयोजित “एक पेड़ माँ के नाम-वृहद पौधारोपण“ कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने अपनी माताजी स्वर्गीय लीला बाई यादव की स्मृति में आंवले का पौधा लगाकर अभियान का और दीप प्रज्जवलित कर मंचीय कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती पर उनका स्मरण करते हुए कहा कि अंग्रेजों के बंग-भंग के षड़यंत्र और कश्मीर की समस्या का पूर्वानुमान लगाकर देश को सचेत करने में डॉ. मुखर्जी की महत्वपूर्ण भूमिका रही। मुख्यमंत्री ने वृक्षारोपण अभियान में विद्यार्थियों, स्वयंसेवी संस्थाओं, एनसीसी, एनएसएस द्वारा सक्रिय रूप से भाग लेने की सराहना करते हुए कहा कि सम्पूर्ण प्रदेश में वृक्षारोपण के लिए लोग उत्साहित हैं और वे स्वयं पौधरोपण के लिए आगे आ रहे हैं।
राजधानी में लगाए 24 हजार पौधे
भोपाल नगर निगम महापौर मालती राय ने बताया कि भोपाल नगर निगम ने वृहद वृक्षारोपण अभियान के अंतर्गत एक लाख 20 हजार पौधे लगाने का संकल्प लिया है। आज के अभियान में जनभागीदारी से 26001 पौधे लगाए जा रहे हैं। उन्होंने ने बताया कि मुख्यमंत्री की पहल पर जल स्त्रोतों के संरक्षण के लिए आरंभ जल गंगा अभियान के अंतर्गत भोपाल शहर के 12 जलाशयों से 128 डम्पर गाद निकाला गया तथा 54 बावड़ियों और 42 कुंओं के संरक्षण का कार्य किया गया। सांसद वी.डी. शर्मा ने कहा कि प्रदेशवासी प्रधानमंत्री के आहवान के अनुरूप, अपनी माँ के नाम एक पेड़ अवश्य लगाएं तथा उसकी देखभाल भी करें।