डीईओ रह गए दंग, कंदैला प्रायमरी में प्रोजेक्टर से पढ़ा रहे थे शिक्षक

रीवा। सरकारी स्कूलें भी अब हाईटेक हो गई हैं। कुछ शिक्षक कर गुरने की चाह रखते हैं। यही सब देखकर शुक्रवार को डीईओ भी दंग रह गए। कंदैला में निरीक्षण के दौरान प्रायमरी स्कूल में शिक्षक प्रोजेक्टर से पढ़ाते मिले। शिक्षक की मेहनत और लगन देख डीईओ भी अचंभित थे। छात्रों की क्लास में संख्या भी पर्याप्त रही।

शुक्रवार को डीईओ आरएन पटेल स्कूलों के निरीक्षण में निकले। उन्होंने कई स्कूलों का निरीक्षण किया। सबसे पहले वह जोडौरी स्कूल पहुंचे। वहां 9 वीं कक्षा का प्री एग्जाम चल रहा था। निरीक्षण करने के बाद डीईओ कंदैला हाई स्कूल पहुंचे। वहां गेट पर ताला लगा मिला। करीब ढ़ाई बजे ही स्कूल से सब गायब थे। वैसे स्कूल में सुबह 8 बजे से परीक्षा थी, तो शिक्षक चले गए थे। उनके अलावा भी स्कूल में कोई नहीं था। इस पर डीईओ ने प्राचार्य पर नाराजगी जताई है।

हाई स्कूल के अलावा डीईओ ने कंदैला प्रायमरी स्कूल का निरीक्षण किया। यहां शिक्षक कक्षा में प्रोजेक्टर लगाए हुए थे। प्रोजेक्टर के माध्यम से ही बच्चों को बढ़ा रहे थे। डीईओ ने स्कूल में इस व्यवस्था को देखकर शिक्षकों का उत्साहवर्धन किया। स्कूल में दो शिक्षक पदस्थ हैं, उन्होंने ने ही आपस में कलेक्शन कर प्रोजेक्टर लगवाया है। शिक्षकों के इस प्रयास ही उन्होंने सराहना की। इतना ही नहीं शिक्षकों की मेहनत का छात्र भी साथे दे रहे हैं। मौके पर करीब 30 बच्चे पढ़ने के लिए मौजूद थे। 

रमसा प्रभारी ने देखी स्कूलें, अधूरे मिले भवन

रमसा प्रभारी डॉ पीएल मिश्रा ने भी कई स्कूलों का शुक्रवार को निरीक्षण किया। उन्होेंने उमरी स्कूल देखी। यहां एक भवन अधूरा मिला, लेकिन कक्षाएं संचालित पाई गर्इं। बदरांव गौतमान हाई स्कूल में अव्यवस्थाएं पाई गर्इं। यहां शिक्षकों को लेसन प्लान व डायरी नहीं मिली। छात्रों के बैठने के लिए कक्ष नहीं था, लेकिन सीएसी ने कमरों में कब्जा जमा रखा था। उसे रमसा प्रभारी ने मुक्त कराया। इसके अलावा यहां दो भवन अधूरे मिले। इसके अलावा बेलवा सुरसरी सिंह और देवास की स्कूलों का भी निरीक्षा किया। बेलवा सुरसरी सिंह में भी भवन अधूरे मिले। इन अधूरे भवनों की जानकारी ली गई तो ग्राम पंचायत सचिव और सरपंच की कारस्तानी सामने आई है। राशि आहरित करने के बाद भी इन भवनों का निर्माण पूरा नहीं किया गया है।

कई स्कूलों का निरीक्षण किया गया। कंदैला हाई स्कूल में ढाई बजे पहुंचे तो ताला मिला था। सुबह परीक्षा थी तो सभी चले गए थे। इसके बाद वहां की प्रायमरी स्कूल देखी। दो शिक्षक यहां पदस्थ हैं। उन्होंने कलेक्शन कर प्रोजेक्टर लगा रखा है। उसी से छात्रों को शिक्षा दे रहे हैं। छात्र संख्या भी पर्याप्त थी। 
आरएन पटेल, जिला शिक्षा अधिकारी, रीवा