राम मंदिर चंदा रैली पर पथराव से बढ़ रहा साम्प्रदायिक तनाव

भोपाल | मध्य प्रदेश के मालवा अंचल के 3 बड़े शहरों उज्जैन, इंदौर और मंदसौर में राम मंदिर चंदा रैली पर पथराव के बाद साम्प्रदायिक तनाव बढ़ता जा रहा है। इस पूरी घटना को लेकर प्रदेश में सियासी घमासान भी उठ खड़ा हुआ है। भाजपा ने मालवा में दो पक्षों के बीच हुई हिंसा पर तत्काल एक्शन लेने के निर्देश दिए हैं इधर इंदौर के गौतमपुरा में राम मंदिर चंदा रैली पर मंगलवार को हुए पथराव के बाद उस इलाके के थाना प्रभारी आर भास्करे को सस्पेंड और एसडीओपी को मुख्यालय अटैच कर दिया गया है। भास्करे की जगह गौतमपुरा थाने की कमान इंद्रेश त्रिपाठी को सौंप दी गई है।  

इंदौर रेंज के आईजी योगेश देशमुख के मुताबिक गौतमपुरा थाना प्रभारी आरसी भास्करे और एसडीओपी साँवेर पंकज दीक्षित पर कार्रवाई की गई है। एसडीओपी की ड्यूटी रैली के दौरान लगाई गई थी। अब उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दे दिए गए हैं। डीआईजी हरिनारायण चारी मिश्र ने बताया, जुलूस के दौरान पथराव हुआ था। विवाद वीडियो बनाने को लेकर शुरू हुआ था। मामले में चार अलग-अलग प्रकरण दर्ज किए गए। दो दर्जन से ज्यादा गिरफ्तारियां हुई हैं।

मामले में सबसे ज्यादा ध्यान देने वाली बात यह रही कि पांच से छह वीडियो सोशल मीडिया में ऐसे चलने लगे, जो कल के घटनाक्रम से जुड़े नहीं थे। इनमें से कुछ वीडियो पुराने और अलग-अलग शहरों के थे। वीडियो को एडिट कर उस गांव के नाम से प्रचारित किया गया। ऐसे वीडियो को चलाकर कानून-व्यवस्था को बिगाड़ने वाले की भी पुलिस जांच कर रही है।

धारा 144 लागू

गौतमपुरा इलाके में मंगलवार को फैले तनाव के बाद एहतियातन इंदौर जिला कलेक्टर मनीष सिंह ने धारा 144 लगा दी है। आसपास के इलाको में पांच से अधिक लोगों के एक जगह एकत्रित होने पर प्रतिबंध रहेगा। जुलूस, सभाओं पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है।

उज्जैन में हिंदूवादी संगठनों की रैली पर हुआ था पथराव
इंदौर से पहले अयोध्या में राम मंदिर निर्माण निधि संग्रह को लेकर शुक्रवार शाम शहर में हिंदूवादी संगठनों द्वारा निकाली जा रही वाहन रैली पर अन्य समुदाय के लोगों ने पथराव कर दिया था।  इससे कुछ वाहनों के कांच टूट गए। 

माहौल बिगाडऩे की कोशिश
पूर्व मंत्री डॉक्टर गोविंद सिंह ने मालवा अंचल में हुई हिंसा पर कहा यह सुनियोजित षड्यंत्र का हिस्सा है। नगरीय निकाय चुनाव से पहले माहौल बनाने की कोशिश हो रही है। एमपी में सियासी फायदा लेने के लिए सांप्रदायिक माहौल को बिगाड़ने की कोशिश हो रही है।

कौन रच रहा है साजिश
उज्जैन, इंदौर और उसके बाद मंदसौर में जुलूस पर हुए पथराव के बाद जिला प्रशासन ने कार्रवाई की है। मंदसौर में दोनों पक्षों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। घटना रोकने में विफल पुलिस अफसरों के खिलाफ भी कार्रवाई हुई है। लेकिन सवाल यह उठ रहा है कि साल के आखिरी में प्रदेश के शांत माहौल को बिगाड़ने की साजिश कौन रच रहा है। और क्या हिंसा कोई सोची-समझी साजिश का हिस्सा है। लेकिन यह जरूरी है कि जिस प्रदेश की मिसाल अमन और शांति के लिए पूरे देश में दी जाती है। वहां पर आखिर कौन शांति भंग करना चाहता है।