रैली के बाद कमलनाथ बोले- हमारा संघर्ष जारी रहेगा, हम डरने-दबने वाले नहीं

भोपाल | पुलिस द्वारा किए गए बल प्रयोग पर कमलनाथ ने ट्वीट किया-  किसानो के समर्थन में मध्यप्रदेश के भोपाल में शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे हजारों किसान भाइयों व कांग्रेसजनों पर शिवराज सरकार के ईशारे पर किए गए बर्बर लाठीचार्ज, आंसू गैस व वाटर केनन छोड़े जाने की व गिरफ़्तारी की कड़ी निंदा करता हूं। इस लाठीचार्ज में कई किसान भाइयों, कांग्रेसजनों, महिलाओं व मीडिया के साथियों को चोटें आई है। उनके स्वस्थ होने की कामना करता हू। किसानों के समर्थन में हमारा संघर्ष जारी रहेगा, हम ऐसे दमन से डरने-दबने वाले नहीं है। 

कोई नहीं जानता था समर्थन मूल्य का नाम
पीसीसी चीफ कमलनाथ ने कहा कि आज हम सभी किसानों के आंदोलन के समर्थन में यहां एकत्रित हुए है। जो हमारे लाखों किसान भाई आज दिल्ली की सीमा पर कड़ाके की ठंड में अपने हक के लिए संघर्ष कर रहे है, उनका हमें साथ देना है। यह कौन से काले कानून है जिसके खिलाफ लाखों किसान आज दिल्ली की सीमाओं पर बैठे हैं, इसके बारे में मैं आपको आज जानकारी देना चाहता हूं।

एक समय वह था जब हमारे देश में अनाज का आयात होता था, वह भी एक भारत था। इंदिरा गांधी जी, पंडित जवाहरलाल नेहरू जी, लाल बहादुर शास्त्री जी ने सबसे ज्यादा प्राथमिकता हमारे कृषि क्षेत्र को ही दी और उसी के कारण आज हमारा देश अनाज का निर्यात करता है। आयात करने वाला देश निर्यात करने लगा ,यह सब कैसे हुआ इसके लिए कांग्रेस की सरकारों ने कई क्रांतिकारी निर्णय लिए।हमने ना सिर्फ बैंकों का राष्ट्रीयकरण किया, कोयला खदानों का राष्ट्रीयकरण किया बल्कि इसके साथ-साथ सबसे बड़ा कदम उठाते हुए कृषि क्षेत्र का भी राष्ट्रीयकरण किया, उसी समय से समर्थन मूल्य शुरू हुआ। उसके पहले समर्थन मूल्य का कोई नाम नहीं जानता था।