संविधान भारत की आत्मा, इसे शुद्ध रखें : मुख्यमंत्री

भोपाल। मुख्यमंत्री कमल नाथ ने गणतंत्र दिवस पर नागरिकों को बधाई और शुभकामनाएं दी हैं।  कमल नाथ ने शुभकामना संदेश में कहा कि राष्ट्रीय पर्व गणतंत्र दिवस भारत के संविधान में आस्था व्यक्त करने का दिन है। उन्होंने कहा कि 1950 से लागू संविधान भारत के गण की आत्मा बन चुका है।

आत्मा को शुद्ध रखना, सुरक्षित रखना और इसे बुराईयों से बचाना हर नागरिक का कर्तव्य है। मुख्यमंत्री कमल नाथ ने कहा कि अशुद्ध आत्मा के साथ शरीर दीघार्यु नहीं रह सकता। प्रगति और समृद्धि के लिए शरीर और आत्मा दोनों का स्वास्थ्य बेहतर होना जरूरी है। कमल नाथ ने नागरिकों का आव्हान किया अपने संवैधानिक कर्तव्यों का पालन करते हुए गणतंत्र को और मजबूत बनाएं।

मध्य प्रदेश के स्कूलों में शुरू हुआ संविधान का पाठ

मध्य प्रदेश के स्कूलों में शनिवार से विद्यार्थियों द्वारा संविधान की प्रस्तावना पढ़ने की शुरूआत हुई। जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने भोपाल के पांच नंबर स्टॉप स्थित राजीव गांधी हाई स्कूल से इसकी शुरूआत की। सरकार का यह कदम ऐसे समय आया है जब सीएए और एनआरसी के समर्थन व विरोध में देश-प्रदेश में लगातार प्रदर्शन हो रहे हैं। महाराष्ट्र सरकार ने भी 26 जनवरी से हर दिन सुबह की प्रार्थना सभा के बाद स्कूलों में संविधान की प्रस्तावना के पाठ को अनिवार्य कर दिया है। मध्यप्रदेश जनसंपर्क विभाग के मंत्री पीसी शर्मा ने कहा कि संविधान की