दागी, ब्लैक लिस्टेड फर्म को उपकृत करने की फिराक में सीएमएचओ

रीवा | वित्तीय घपलों के लिए मशहूर स्वास्थ्य विभाग मोबिलिटी सपोर्ट एवं आरबीएसके वाहन टेण्डर फिक्सिंग का खेल खेला जा रहा है। टेण्डर की अनिवार्य आर्हताएं दरकिनार कर सीएमएचओ डॉ. गुप्ता एक दागी और ब्लैक लिस्टेड फर्म को उपकृत करने की फिराक में हैं। रेवांचल टूर एण्ड ट्रेवल्स नामक जिस फर्म को सीएमएचओ ठेका देना चाहते हैं, उसे सतना कलेक्टर अजय कटेसरिया ब्लैक लिस्टेड फर्म घोषित कर चुके हैं। यही नहीं इस फर्म के प्रोपराइटर की वास्तविकता भी संदिग्ध है। सतना में इस संस्था के दस्तावेज किसी के नाम हैं और हस्ताक्षर कोई गौतम नामक व्यक्ति के बतौर प्रोपराइटर कर रखा है।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार जिले में मोबिलिटी सपोर्ट एवं आरबीएसके वाहन के लिए निविदा मंगाई गई थी। जिसमें दो फर्मों मेसर्स रेवांचल टूर एण्ड ट्रेवल्स प्रोपराइटर उमेश त्रिपाठी एवं अशोक गहरवार  जिसकी फर्म आदित्य ट्रेवल्स है, ने हिस्सा लिया है। खास बात यह है कि निविदा की अनिवार्य आर्हताओं में से कंडिका क्रमांक-5 के चलते फर्म रेवांचल टूर एण्ड ट्रेवल्स के टेण्डर में पेच आ गया है।  बताया गया है कि उपरोक्त कंडिका के तहत निविदाकर्ता को शपथ पत्र देना होता है कि उसकी फर्म प्रदेश अथवा प्रदेश के बाहर किसी भी शासकीय, अर्धशासकीय अथवा केन्द्र शासित संस्था द्वारा प्रतिबंधित या ब्लैक लिस्टेड नहीं किया गया हो। साथ ही संस्था के विरुद्ध कोई आपराधिक प्रकरण दर्ज न हो।

लेकिन निविदा में सीएमएचओ की सबसे चहेती संस्था रेवांचल टूर एण्ड ट्रेवल्स सतना में कलेक्टर अजय कटेसरिया द्वारा ब्लैक लिस्टेड कर दी गई है। 30 सितम्बर 2020 को जारी आदेश क्रमांक 118/20/नाजिर/ 2020 के तहत कलेक्टर कार्यालय सतना हेतु उक्त आदेश जारी दिनांक से एक वर्ष के लिए प्रभावशील किया गया है। साथ ही उपरोक्त फर्म को निविदा प्रपत्र क्रय करने एवं नया अनुबंध करने, नया पंजीयन कराने के लिए पात्रता नहीं दी गई है। गौर करने वाली बात यह है कि सीएमएचओ डॉ. एमएल गुप्ता रेवांचल टूर एण्ड ट्रेवल्स को टेण्डर दिलाने के लिए एडी चोटी का जोर लगाए हैं और इसके लिए टेण्डर की शर्तों का क्राइटेरिया में बदलाव कर सहूलियत दे रहे हैं। 

प्रोपराइटर पर भी रहस्य
सीएमएचओ को भरोसे में लेकर मोबिलिटी सपोर्ट एवं आरबीएसके वाहनों का टेण्डर हथियाने की फिराक में लगी रेवांचल टूर एण्ड ट्रेवल्स फर्म के वास्तविक प्रोपराइटर को लेकर भी रहस्य है। सीएमएचओ कार्यालय रीवा को कलेक्टर कार्यालय सतना से मिले एक पत्र ने स्पष्ट कर दिया है कि फर्म की गतिविधियां स्पष्ट नहीं हैं। संयुक्त कलेक्टर सतना द्वारा कलेक्टर से अनुमोदित पत्र क्रमांक/ 200/20/नाजिर/2020 के तहत कहा गया है कि फर्म रेवांचल टूर एण्ड ट्रेवल्स प्रोपराइटर उमेश त्रिपाठी द्वारा टेंडर प्रक्रिया में भाग लिए जाने के समय इस बात की जानकारी चाही गई थी कि उक्त फर्म के प्रोपराइटर गौतम हैं या उमेश त्रिपाठी। लेकिन विभाग द्वारा वर्ष 2019-20 में कराई गई निविदा में निविदाकार फर्म रेवांचल टूर एण्ड ट्रेवल्स द्वारा प्रस्तुत दस्तावेजों के अवलोकन में पाया गया कि निविदा में संलग्न सभी दस्तावेज उमेश त्रिपाठी के नाम पर हैं किन्तु सत्यापन हस्ताक्षर प्रोपराइटर के रूप में गौतम द्वारा  किया गया है। उक्त जानकारी सतना कलेक्टर के अनुमोदन के पश्चात भेजी गई थी।

कोई भी टेण्डर नियम के विपरीत नहीं डाला जा सकता है। जब कंपनी पूर्व से ही ब्लैक लिस्टेड हो गई है तो उसे प्रथम दृष्टया टेण्डर डालने का अधिकार नहीं है और न ही उसका एप्रूवल होता है। हालांकि यह मेरे संज्ञान में नहीं है। संजय गांधी में अगर टेण्डर प्रक्रिया होती तो मेरे संज्ञान में आती। जिला चिकित्सालय में की गई टेण्डर प्रक्रिया की जानकारी मुझे नहीं है।
राजेश जैन, संभागायुक्त रीवा