निगम-मंडल, प्राधिकरणों में जल्द होगी नियुक्तियां

निगम-मंडल, प्राधिकरणों में जल्द होगी नियुक्तियां

मुख्यमंत्री की संगठन पदाधिकारियों के साथ हुई बैठक
भोपाल। राज्य सरकार एक महीने के भीतर निगमों, बोर्डों, प्राधिकरणों और अन्य स्थानों पर रिक्तियों को भरने की तैयारी में है। मुख्यमंत्री डा मोहन यादव, भाजपा की राज्य इकाई के अध्यक्ष वीडी शर्मा और संगठन महासचिव हितानंद शर्मा पहले ही राजनीतिक नियुक्तियों पर बातचीत कर चुके हैं।
भाजपा में नेताओं और कार्यकर्ताओं में बढ़ती नाराजगी ने संगठन और सरकार को चिंता में डाल दिया है। इसके चलते अब संगठन नाराज कार्यकर्ता और नेताओं को मनाने के लिए जल्द ही पद देकर मनाने की कवायद करने जा रहा है। इसके चलते निगमों, बोर्डों, प्राधिकरणों में नियुक्तियां किए जाने के आसार बढ़ रहे हैं।  जिनकी नियुक्ति होगी उनकी सूची तैयार की जा रही है। सूत्रों की माने तो राजनीतिक नियुक्तियों में तीन तरह के नेताओं को तवज्जो दी जाएगी। पहला, जो लोग कभी निगम-मंडलों में नियुक्त हुए थे, उन्हें इस बार तरजीह दी जा सकती है। दूसरा, उन लोगों को मौका मिल सकता है जो जनता के बीच लोकप्रिय हैं लेकिन उन्हें विधानसभा और लोकसभा चुनाव में टिकट नहीं दिया गया। जिन स्थानों पर उपचुनाव होंगे वहां के नेताओं को संतुष्ट करने के लिए बोर्ड और निगमों में नियुक्तियां की जा सकती हैं। तीसरा, उनके अलावा भाजपा में शामिल हुए कांग्रेसियों को मौका मिल सकता है. ये तीनों नेता निगम-मंडल में नियुक्ति के लिए उम्मीदवारों की सूची तैयार कर राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा तक पहुंचाएंगे। एक बार जब नड्डा अपनी मुहर लगा देंगे, तो नियुक्तियों को अंतिम रूप दे दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री का पद संभालने के बाद, यादव ने लोकसभा चुनाव से पहले सभी राजनीतिक नियुक्तियाँ रद्द कर दीं। इसके बाद पार्टी के कई नेता राजनीतिक नियुक्तियों का इंतजार कर रहे थे।
संघ पदाधिकारियों का बढ़ रहा दबाव
सूत्रों के मुताबिक संघ की ओर से सरकार पर दबाव है कि संगठन के कार्यकर्ताओं को समायोजित करने के लिए राजनीतिक नियुक्तियों की प्रक्रिया जल्द से जल्द पूरी की जाए। भाजपा के सूत्रों ने कहा कि पार्टी के कुछ नेताओं ने निगमों और बोर्डों में नियुक्ति के लिए केंद्रीय नेतृत्व से संपर्क किया था। भाजपा नेता नियुक्तियों के लिए मुख्यमंत्री, राज्य इकाई अध्यक्ष और संगठनात्मक महासचिव से भी संपर्क कर रहे थे।