'कब्र' से निकाली गईं 33 बाइक, 4 आरोपी गिरफ्तार
सिंगरौली। लंबे अर्से से ऊर्जांचल के सिंगरौली व सोनभद्र जिले में बाइक चोरी की वारदात को अंजाम देने वाले चोर गिरोह के चार आरोपियों को 33 बाइक सहित गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। उक्त कार्रवाई पुलिस अधीक्षक अभिजीत रंजन के निर्देशन,एएसपी प्रदीप शिण्डे के मार्गदर्शन व मोरवा एसडीओपी कृपाशंकर द्विवेदी के नेतृत्व में मोरवा थाना प्रभारी एन.पी.सिंह ने की है।
जानकारी के मुताबिक,शुक्रवार की दोपहर मोरवा थाना परिसर में पुलिस अधीक्षक अभिजीत रंजन ने उक्त मामले का खुलासा करते हुए बताया कि मोरवा, बरगवां, माड़ा, शक्तिनगर, अनपरा, बीना व जयंत आदि जगहों से यह चोर शातिरआना तरीके से खड़ी बाइक को लेकर फरार हो जाते थे। इसके लिए उन्होंने एक मास्टर चाभी बना रखी थी। जिसकी मदद से वह बाइक का लॉक खोलकर मिनटों में बाइक पार कर देते थे।
जिसके कुछ दिनों बाद उसका नंबर प्लेट बदलकर एवं नकली कागजात बनाकर वह बाइक सस्ते दामों में बिक्री कर देते थे। एसपी श्री रंजन ने आगे बताया कि बीते बुधवार को चोरी गई मोटरसाइकिल की पतासाजी के दौरान मुखबिर की सूचना पर मोरवा निरीक्षक नागेंद्र प्रताप सिंह ने एक टीम गठित कर बडगड़ निवासी दासाराम सिंह गोड़ एवं रामाशंकर सिंह गोड़ के घर में छापेमारी कर 11 मोटरसाइकिल बरामद की। और आरोपियों को अपने गिरफ्त में लेकर बाइक की दस्तावेत मांगने पर कोई भी दस्तावेज पेश नहीं किया।
पुलिस की सख्ती पूछताछ के दौरान आरोपियों ने बाइक चोरी का जुर्म कबूल कर लिया एवं उनकी निशानदेही पर मोरवा निरीक्षक द्वारा कई टीम बनाकर बाइक चोर गिरोह के अन्य सदस्यों की धरपकड़ के लिए सिंगरौली एवं सोनभद्र के विभिन्न थाना क्षेत्रों में छापामारी कर गिरोह के सदस्यों से चोरी की 33 मोटरसाइकिल बरामद की जिसका बाजार मूल्य 19 लाख 40 हजार बताया जा रहा है। अब तक इस वाहन चोर गिरोह के चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। वहीं इस गिरोह के दो आरोपी अभी फरार है,जिनकी जिनकी तलाश में पुलिस सरगरमी से कर रही है। फरार आरोपियों की धरपकड़ के बाद क्षेत्र से चोरी गई अन्य मोटरसाइकिलों का भी पता लग सकता है। पुलिस ने उक्त चारों आरोपियों के विरुद्ध अपराध क्रमांक 48/20 धारा 414, 401 ताहि के तहत गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया है,जहां न्यायालय से जेल भेज दिया गया है।
जमीन के अंदर छुपा रखी थी बाइक
इधर बताया जाता है कि आरोपी पुलिस से बचने के लिए मोटरसाइकिल को गड्ढा खोदकर जमीन में गाड़ दिया गया था। जिसके बाद ऊपर से लकड़ी व मिट्टी का लेप करके उसे भर दिया था। हालांकि मामले के खुलासे में लगी पुलिस ने भनक लगते ही मिट्टी से सनी मोटरसाइकिल को गड्ढे से भी निकाल लिया। इसके अलावा कुछ बाइक अरहर के खेत एवं अन्य को पुआर से ढककर छुपा दिया गया था। जिसे भी पुलिस ने ढूंढ निकाला।
सस्ते दामों में बिक्री कर देते थे बाइक
एस.पी.श्री रंजन ने बताया कि उक्त चोर गिरोह के आरोपी बाइक चोरी करने के बाद बाइक का नंबर प्लेट बदलकर बाइक की फर्जी कागजात तैयार कर बिक्री कर दिया करते थे। जिस बाइक की बिक्री नही हो पाती थी उस बाइक को गढ्ढा खोदकर जमीन के अंदर छूपा कर रख दिया करते थे।
इन कंपनियों की बाइक बरामद
मोरवा पुलिस द्वारा इस बाइक चोर गिरोह के कब्जे से कुल 5 नग डिस्कवर,3 नग बजाज प्लैटिना, 2 नग हीरो ग्लैमर, 3 नग हीरो हौंडा डीलक्स, 1 नग बजाज पल्सर, 2 नग सुपर स्पेलेण्ड, 3 नग सीडी डॉन, 1 नग हीरो शाइन, 2 नग स्पेलेण्डर प्लस, 2 नग पैशन प्लस, 3 नग एचएफ डीलक्स, 1 नग टीवीएस स्पोर्ट्स, 3 नग पैशन प्रो, 1 नग हीरो होंडा डीलक्स, 1 नग एल एम एल फ्रीडम कुल 33 बाइक बरामद हुई है।
कार्रवाही में इनकी रही भूमिका
उक्त कार्रवाई मोरवा निरीक्षक नागेंद्र प्रताप सिंह, उपनिरीक्षक शीतला यादव, सरनाम सिंह, सहायक उपनिरीक्षक साहब लाल सिंह, प्रधान आरक्षक राजेश द्विवेदी, राजवर्धन सिंह, जयराम गुप्ता, अजीत सिंह, अमर सिंह, आरक्षक नरेंद्र यादव, अरुणेंद्र पटेल, सुबोध सिंह तोमर, विजय सिंह, सुनील मिश्रा, नीरज यादव, रविदत्त पांडे, विक्रम सिंह की भूमिका रही है।