62 की सेवा में 26 साल एक ही कॉलेज में गुजार दिए
सतना। उच्च शिक्षा विभाग ने यहां शासकीय स्वशासी स्नातकोत्तर महाविद्यालय में बतौर रसायन शास्त्र विभागाध्यक्ष पदस्थ डॉ. विष्णु कुमार गुप्ता के स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति के आवेदन को स्वीकार कर लिया है। उन्होंने 31 दिसम्बर 2019 को डॉ गुप्ता रिटायर हो गए। 8 नवम्बर 1957 को जन्मे प्राध्यापक गुप्ता अपने 62 साल के कार्यकाल में 26 साल स्वशासी कॉलेज में ही रहे। यहां 10 जुलाई 1993 में आए थे।
रसायन शास्त्र के विभागाध्यक्ष डॉ गुप्ता ने 29 सितम्बर 1980 को पहली बार एडहॉक में शासकीय रानी दुर्गावती महाविद्यालय मंडला में ज्वाइन किया था। 7 साल बाद उन्हें 10 मार्च 1987 को नियमित कर दिया गया। नियमित होने के सात माह बाद उनका ट्रांसफर पुन: मंडला कॉलेज कर दिया गया। इस बीच वह डिंडौरी के शासकीय महाविद्यालय चंद्र विजय में रहे।
वर्ष 1999 में डॉ गुप्ता को विभाग ने परमानेंट कर दिया था। प्रोफेसर गुप्ता ने करीब 3 माह पहले विभाग से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति मांगी थी जिसे स्वीकार कर लिया गया है। वैसे विभागीय नियमानुसार 65 साल की आयु पूर्ण करने पर ही रिटायरमेंट मिलता है।
डॉ. प्रदीप मिश्रा होंगे एचओडी
डॉ. गुप्ता के वीआरएस लेने के बाद एचओडी की तलाश भी की जाएगी। हालांकि तस्वीर एकदम साफ है कि रसायन शास्त्र विषय में सीनियरिटी के मामले में डॉ. प्रदीप मिश्रा का नाम सबसे ऊपर है। इनके अलावा केमेस्ट्री के प्रोफेसर डॉ. ओम प्रकाश राय, डॉ. रुपा सिंह आॅन रिकार्ड उम्र में क्रमश: 4 और 2 साल छोटे हैं। डॉ. मिश्रा कॉलेज के वरिष्ठता क्रम में वर्तमान प्रभारी प्राचार्य डॉ. नीरजा खरे और वीआरएस ले चुके बीके गुप्ता के बाद तीसरे नंबर पर आते हैं। सुपर सीनियर के मामले में पूर्व प्रभारी प्राचार्य डॉ. ज्ञान प्रकाश का नाम सबसे ऊपर हैं। उन्होने विभाग को अर्जी देकर प्राचार्य की कुर्सी संभालने से मना कर दिया था।