अप्रैल के अंत से प्रारंभ होंगे 10वीं, 12वीं के एग्जाम, इस सत्र में दो बार होंगी बोर्ड परीक्षाएं

रीवा | कोरोना महामारी के कारण हमेशा से मार्च महीने में आयोजित होने वाली बोर्ड परीक्षाएं लगभग एक महीने के लिए आगे बढ़ा दी गई हैं। पता चला है कि दसवीं और बारहवीं की वार्षिक बोर्ड परीक्षाएं अप्रैल माह के अंत में प्रारंभ होंगी और मई तक जारी रहेंगी। बताया गया है कि बोर्ड साधारण सभा की बैठक में अधिकारियों ने यह फैसला लिया है। इतना ही नहीं यह भी संभावना है कि इस सत्र की बोर्ड परीक्षाएं आॅनलाइन भी आयोजित हो सकती हैं। हालांकि विभागीय अधिकारी इस मामले में राज्य सरकार के निर्णय का इंतजार कर रही है।

माध्यमिक शिक्षा मंडल की दसवीं एवं बारहवीं बोर्ड परीक्षाएं इस साल दो माह देरी से आयोजित हो रही हैं। गौरतलब है कि कोरोना के कारण अब तक स्कूलें बंद रहीं जिसके चलते सेलेबस अधूरा रह गया। वर्तमान की बात करें तो सिर्फ 30 से 40 प्रतिशत सेलेबस ही पूरा हो पाया है। ऐसे में जल्दबाजी करना छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करना होगा। जिसके चलते बोर्ड द्वारा अप्रैल के अंत में परीक्षा आयोजित कराने का फैसला लिया गया है ताकि दसवीं व बारहवीं के छात्र पूरी तैयारी के साथ परीक्षा में शामिल हो सकें।

फेल हुए तो तीन महीने बाद फिर दे सकेंगे परीक्षा
जहां कोविड-19 के मद्देनजर पहली बार बोर्ड की परीक्षाएं आॅनलाइन कराने पर विचार विमर्श चल रहा है, वहीं छात्रहित को देखते हुए परीक्षा परिणाम और उसके बाद की प्रक्रिया में भी कई बदलाव किए गए हैं। श्रेणी सुधार के लिए छात्रों को अगले सत्र का इंतजार नहीं करना पड़ेगा बल्कि वह दोबारा होने वाली परीक्षा में भी शामिल हो सकेगा। यानी कि अगर कोई विद्यार्थी बोर्ड परीक्षा में फेल भी हो जाता है तो तीन महीने बाद दोबारा परीक्षा दे सकता है।

सप्लीमेंट्री छात्रों की मार्कशीट में नहीं लगेगा स्टार
बोर्ड ने यह फैसला लिया है कि अब अंकसूची में सप्लीमेंट्री नहीं लिखा जाएगा और न ही किसी विषय में फेल होने वाले छात्र की मार्कशीट में उक्त विषय के आगे स्टार लगाया जाएगा। बताया गया है कि बोर्ड की मुख्य परीक्षा मई तक संपन्न कराने और दूसरी परीक्षा जुलाई में आयोजित कराने का निर्णय लिया है। छात्रों को यह विकल्प दिया गया है कि अगर मुख्य परीक्षा में उनके कम अंक आते हैं तो वह सभी विषयों की परीक्षा दोबारा आयोजित होने वाली परीक्षा में दे सकते हैं। या छात्र एक या एक से ज्यादा विषय में फेल होता है तो वह दूसरी परीक्षा में उसी विषय के प्रश्न पत्र में शामिल होगा। जिस परीक्षा में अधिक अंक मिलेंगे, उसे मान्य कर दिया जाएगा और उसी साल रिजल्ट में सुधार आ जाएगा।

प्री-बोर्ड परीक्षाएं आॅनलाइन होंगी
माध्यमिक शिक्षा मंडल ने कोरोना संक्रमण व नकल रोकने के लिए एक बड़ा बदलाव किया है। इस सत्र में होने वाली दसवीं व बारहवीं की प्री-बोर्ड परीक्षाएं आॅनलाइन होंगी जिसके लिए तैयारियां भी शुरू कर दी गई हैं। ऐसा बताया गया है कि यदि प्री-बोर्ड में आॅनलाइन परीक्षा सफल हुई तो इस पैतरे को मुख्य बोर्ड परीक्षा में भी इस्तेमाल किया जा सकता है। दसवीं और बारहवीं के प्रश्न पत्र परीक्षा केन्द्रों पर आॅनलाइन पहुंचेंगे और वहां से प्रिंट होकर छात्रों को वितरित किए जाएंगे।

दो पॉलियों में होगी परीक्षा
छात्र संख्या को देखते हुए और कोरोना की गाइड लाइन का पालन करते हुए परीक्षाएं दो पॉलियों में आयोजित कराई जाएंगी ताकि सोशल डिस्टेंसिंग को बरकरार रखते हुए बिना कोई जोखिम उठाए परीक्षाएं सफलतापूर्वक संपन्न हो जाएं। दरअसल इस बार आॅनलाइन व आॅफलाइन दोनों तरीकों से परीक्षाएं हो सकती हैं। बताया गया है कि दसवीं और बारहवीं की बोर्ड परीक्षाएं 30 अप्रैल से 15 मई तक और दूसरी परीक्षा 1 से 15 जुलाई तक होने की संभावना है।