दक्षता परीक्षा से वंचित शिक्षकों को मिला दोबारा मौका
रीवा | शैक्षणिक सत्र 2019-20 में दसवीं और बारहवीं बोर्ड परीक्षा में 40 प्रतिशत से कम परिणाम देने वाले शिक्षकों की दक्षता परीक्षा आयोजित कराई गई थी। ज्ञात हो कि 3 व 4 जनवरी को दक्षता आंकलन परीक्षा आयोजित हुई थी। जिसमें जिले के कई शिक्षक फेल भी हो गए थे और कई परीक्षा में कुछ कारणवश शामिल नहीं हो पाए थे। जो शिक्षक परीक्षा में बैठने से वंचित रह गए थे उन्हें विभाग ने दूसरा मौका दिया है।
बताया गया है कि 24 जनवरी को दक्षता आंकलन परीक्षा का दूसरा चरण शुरू होगा। जिसमें सिर्फ वही शिक्षक शामिल हो सकते हैं जो पहली बार आयोजित परीक्षा में शामिल नहीं हो पाए थे। इस संबंध में लोक शिक्षण संचालनालय ने आदेश जारी कर दिए हैं। जिसमें कहा गया है कि दोबारा होने वाली परीक्षा में निलंबित एवं अवकाश पर रहने वाले शिक्षकों को भी परीक्षा में शामिल होना अनिवार्य है। इसमें सिर्फ उन्हीं को छूट दी गई है जो अस्पताल में गंभीर बीमारी के कारण एडमिट हैं या फिर वह कोविड के शिकार हैं। ऐसे शिक्षकों को जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा छूट दी जाएगी।
जो फेल हुए उनके पास तैयारी के लिए दो माह का वक्त
लोक शिक्षण संचालनालय के आदेशानुसार 50 फीसदी से कम अंक पाने वाले शिक्षकों को उनके सुधार के लिए दो माह का नोटिस अविलंब जारी करने के निर्देश दिए गए हैं। मार्च में ऐसे शिक्षकों की फिर से परीक्षा होगी और सुधार न होने पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी और डीईओ को यह निर्देश दिया गया है कि जिला शिक्षा अधिकारी एवं संयुक्त संचालक 40 फीसदी से कम अंक लाने वाले स्कूलों का नियमित भ्रमण करें। बता दें कि जो शिक्षक दक्षता आंकलन परीक्षा में फेल हो गए हैं उनके पास भी तैयारी के लिए दो माह का वक्त है। मार्च में होने वाली परीक्षा में उन्हें भी शामिल होना पड़ेगा।
70 प्रतिशत अंक लाने वालों का प्रशिक्षण 23 से
दक्षता आंकलन परीक्षा में 70 फीसदी या उससे थोड़ा कम अंक लाने वाले शिक्षकों को प्रत्येक शनिवार शाम 4 से 6 बजे तक विषयवार आॅनलाइन प्रशिक्षण दिया जाना है। बताया गया है कि यह प्रशिक्षण 23 जनवरी से प्रारंभ होगा। बताया गया है कि प्रशिक्षण के दौरान निर्धारित टॉपिक पर प्रत्येक प्रशिक्षण दिवस के दिन ही हर शिक्षक का प्री एवं पोस्ट टेस्ट लिया जाएगा। साथ ही हर शिक्षक के प्रशिक्षण का सम्पूर्ण अभिलेख सुरक्षित रखा जाएगा। बताया गया है कि हर शिक्षक को अपनी उपस्थिति रोजाना दर्ज करनी होगी। वरना कार्रवाई भी की जा सकती है।