छापामार कार्रवाई के बाद भी नहीं सुधर रहे दुकानदार, फिर होने लगी सेल टैक्स की चोरी
रीवा | वाणिज्य कर विभाग की कार्रवाई के बाद भी दुकानदारों ने सबक नहीं लिया। कई दुकानदार अब दोबारा से सेल टैक्स की चोरी करने में जुट गए हैं। फर्जी बिल व स्टाक में गोलमाल किया जा रहा है। विभाग की नजर इन दुकानदारों पर तो बनी हुई है, लेकिन अब दोबारा से इन पर कार्रवाई करने से नियम आड़े आ रहे हैं। यही वजह है कि इसका फायदा स्टाकिस्ट व होल सेलर उठा रहे हैं।
ज्ञात हो कि पिछले कुछ महीनों व सालों में रीवा शहर के कई दुकानों में वाणिज्य कर विभाग की एंटी एवीजन विंग ने ताबड़तोड़ कार्रवाईयां की। इसमें कई दुकानदारों के पास स्टाक व बिलिंग में भारी अनियमितता मिली थी। लूज पेपर भी जब्त किए गए। इन दुकानदारों पर लाखों रुपए की टैक्स चोरी भी बनाई गई।
जिसके विरुद्ध राशि भी जमा कराई गई। अब वही दुकानदार पुराने ढ़र्रे पर चल निकले हंै। फिर से फर्जी बिल के जरिए माल मंगाने के साथ ही बिक्री भी की जा रही है। इससे सिर्फ रीवा को ही लाखों रुपए का झटका लग रहा है। इस बात की जानकारी वाणिज्य कर विभाग को भी है, लेकिन नियमों में बंधे होने के कारण कार्रवाई करने से हिचक रहे हैं। यहां विडम्बना यह है कि एक बार छापामारी करने के बाद अगले तीन साल तक के लिए व्यापारी को मोहलत मिल जाती है।
बिना कागज के पहुंच रहा सामान
रीवा इन दिनों अवैध कारोबार का गढ़ बनता जा रहा है। छत्तीसगढ़ से बिना कागज की सरिया, दिल्ली से इलेक्ट्रानिक सामान, मुंबई से होजरी की खेप चोरी छिपे पहुंच रही है।
नहीं कर सकते कार्रवाई
वाणिज्य कर विभाग के नियमानुसार यदि किसी दुकान में वाणिज्य कर विभाग ने दबिश दी है और उस पर कार्रवाई की गई है तो तीन साल तक दोबारा छापामार कार्रवाई नहीं की जा सकती। यही वजह है कि एक बार कार्रवाई होने के बाद दोबारा से दुकानदारों ने पुराना ढर्रा अपना लिया है। विभागीय सूत्रों की मानें तो इस दौड़ में रीवा में भारत होजरी के अलावा जानकी पार्क, गल्ला मंडी आदि जगहों पर कई दुकानों में दबिश दी गई थी। इन दुकानों में दोबारा से उठापटक शुरू हो गई है।