रातापानी बना आठवां टाइगर रिजर्व

रातापानी बना आठवां टाइगर रिजर्व

‘एक विरासत से विकास की अनूठी दौड़’ बाइक रैली निकाली
भोपाल। प्रदेश के आठवें टाइगर रिजर्व रातापानी का शुक्रवार को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने लोकार्पण किया। इस लोकार्पण के बाद रातापानी अभ्यारण्य को प्रदेश का आठवां टाइगर रिजर्व का दर्जा मिला है।  इस दौरान उनके साथ फिल्म अभिनेता रणदीप हुड्डा व मंत्री-विधायक समेत हजारों की संख्या में भोपालवासी मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश की एक मात्र भोपाल ऐसी राजधानी है, जिसके आंगन में टाइगर रिजर्व है। यह बहुत बड़ा सम्मान मध्य प्रदेश को मिला है। उन्होंने कहा कि कहीं आने-जाने के लिए इस्तेमाल होने वाली मोटर साइकिल के माध्यम से क्या किसी कार्यक्रम का उद्घाटन हो सकता है। मुख्यमंत्री ने कहा ये प्रयोग पहली बार हुआ है, जब रातापानी टाइगर रिजर्व को लोकार्पण करने से पहले बाइक रैली का आयोजन किया गया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि रातापानी टाईगर रिजर्व बनने से भेपाल में रोजगार की बड़ी संभावना बनी है. यहां होटल, लॉज समेत अन्य व्यापार को बढ़ावा मिलेगा. लोगों को भी रोजगार मिलेगा. इससे भोपाल ही नहीं आसपास तीन जिलों के अंदर रातापानी टाईगर रिजर्व के माध्यम से एक नई इबारत लिखी जाएगी। उन्होंने ने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि कांग्रेस के लोग नादानी की बातें करते हैं। वीर सावरकर एक मात्र ऐसे व्यक्ति थे, जिन्होंने दो बार काला पानी की अंग्रेजों ने सजा दी. ये उनकी देशभक्ति दर्शाती है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में रातापानी टाइगर रिजर्व का नाम प्रख्यात पुरातत्वविद डॉ. विष्णु श्रीधर वाकणकर के नाम पर रखा जाएगा। ये हरिभाऊ वाकणकर के नाम से प्रसिद्ध हैं और इन्हें भीमबेटका गुफाओं में प्राचीन शिलाचित्रों के अन्वेषण के लिए जाना जाता है।
जंगल का असली राजा है टाइगर
मुख्यमंत्री  ने कहा कि मुझे आज तक समझ नहीं आया कि टाइगर और लायन में जंगल का राजा लायन नहीं हो सकता. जंगल का राजा तो टाइगर ही होता है। उन्होंने कहा कि टाइगर और लायन की जिंदगी में देखें, तो दोनों के जीवन में मूल अंतर है। टाइगर को यदि भोजन लेना है, तो वो अपने पराक्रम से खुद शिकार करता है फिर खाता है। वह अपने पूरे एरिया में घूमता रहेगा कि कोई बाहर से तो नहीं आया। उसके क्षेत्र में कोई चुनौती तो नहीं दे रहा, जबकि लायन की जिंदगी में वो अपने परिवार में विश्वास करते हैं। अपनी मादाओं के साथ रहते हैं। वो खुद शिकार नहीं करता, उसके लिए दूसरे शिकार करते हैं, तो खाता है।