गहरवार फिलिंग स्टेशन में छापा, 14.06 लाख जमा

सतना | राज्यकर विभाग सतना ने गुरुवार को नागौद के बारापत्थर स्थित एक राजनीतिक रसूखदार परिवार के आवास में छापा मारकर 58 लाख से अधिक की कर चोरी उजागर करने में सफलता प्राप्त की है। कर चोरी का दायरा अभी काफी आगे बढ़ने की संभावना है और विभाग यहां से एक करोड़ से अधिक की राशि जमा कराने की तैयारी में है। फर्म संचालक द्वारा पहले दिन की कार्रवाई समाप्त होने तक 14 लाख 6 हजार रुपये जमा कराये गये हैं। कार्रवाई शनिवार को भी जारी रहेगी।

विभागीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार राज्यकर आयुक्त राघवेन्द्र सिंह के सुबह आये निर्देश के बाद सतना संभाग प्रभारी संयुक्त आयुक्त राममिलन साहू के मार्ग दर्शन में सतना शहर स्थित दोनों सर्किल कार्यालयों के दो दर्जन के करीब अधिकारियों की टीम तैयार की गई। दोपहर 12 बजे के करीब अधिकारी नागौद थाने पहुंचे जहां से बल लिया गया और बारा पत्थर पहुंचकर छापे की कार्रवाई शुरू की गई। शाम तक संचालक के आवास से भारी मात्रा में दस्तावेज बरामद किये गये हैं।

छापे में सहायक आयुक्त शीतल मिश्रा, राज्यकर अधिकारी केपी सिंह व नवीन दुबे, राज्यकर निरीक्षक संजीव त्रिपाठी, हरिहर तिवारी, मोनिका वर्मा, सविता रावत, कराधान सहायक प्रमोद शर्मा, सुभाष सिंह समेत दोनों वृत कार्यालयों का स्टॉफ शामिल रहा। फिलहाल 14 लाख 6 हजार जमा कराकर गुरुवार शाम कार्रवाई समाप्त की गई। अब शनिवार व सोमवार को भी इस कार्रवाई के जारी रहने की संभावना है। सूत्रों का कहना है कि यदि कर चोरी के और मामले सामने नहीं आए तब भी कर चोरी के बराबर पेनाल्टी व ब्याज मिलाकर विभाग सवा करोड़ के करीब जमा कराएगा।

58 लाख से अधिक की स्पष्ट कर चोरी
गहरवार फिलिंग स्टेशन बारा पत्थर नागौद के संचालक जीतेन्द्र प्रताप सिंह द्वारा नागौद मंडी से थोड़ा आगे पन्ना रोड में बारापत्थर गांव में हाइवे के किनारे पेट्रौल पंप का संचालन किया जा रहा है। इसी जीएसटी नंबर पर उनके द्वारा ठेकेदारी व बिल्डंग मटेरियल की सप्लाई भी की जा रही थी। बताते हैं कि इनके अलावा उनका बस व ट्रक का व्यवसाय भी है। संचालक श्री सिंह स्वयं जनपद सदस्य रह चुके हैं तो परिवार के अन्य सदस्य सरपंच रहे हैं और कुछ अभी भी हैं।

सर्वाधिक सप्लाई खखरौंधा और बारापत्थर ग्राम पंचायतों में हुई है। खखरौंधा में संचालक के छोटे भाई की पत्नी सरपंच हैं, जबकि बारापत्थर में उनके दूसरेभाई की पत्नी सरपंच रह चुकी हैं। विभागीय सूत्रों द्वारा जो कार्रवाई की गई है उसकी तह में फर्म संचालक के परिवार की राजनीति में दखल और उसके जरिये पंचायतों में निर्माण सामग्री की सप्लाई भी है। अभी तक जो फर्म के रिटर्न जमा हुए हैं उनके अनुसार फर्म द्वारा सरकारी संस्थाओं को सप्लाई की गई राशि का जो भुगतान प्राप्त किया गया है वह 2 करोड़ 40 लाख 70 हजार के करीब है। इसका जीएसटी 58 लाख से अधिक है जो जमा नहीं किया गया।

नागौद समीपी बारापत्थर गांव में गहरवार फिलिंग स्टेशन के जीएसटी पंजीयन पर ठेकेदारी व बिल्डिंग मैटेरियल सप्लाई का व्यवसाय चल रहा है। यहां गुरुवार दोपहर छापामार कार्रवाई की गई। जो आगे भी जारी रहेगी। अभी 14 लाख 6 हजार जमा कराये गये हैं।
राममिलन साहू , संयुक्त  आयुक्त  राज्यकर