राष्ट्रपति तक जाएगा महापंचायत का प्रस्ताव

सतना। नर्मदा जल लाओ संघर्ष समिति द्वारा बीते दिनों आयोजित की गई महापंचायत के संकल्प और निर्णयों से राष्ट्रपति को अवगत कराने  संघर्ष समिति के एक प्रतिनिधि मंडल ने शनिवार को राष्टÑपति के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। संघर्ष समिति के संयोजक पूर्व विधायक राम प्रताप सिंह के नेतृत्व में  20 जनवरी के महापंचायत के सर्वसम्मति से पारित प्रस्ताव का मांग पत्र सौंपा गया ।  उक्त प्रतिनिधि मंडल में पूर्व विधायक के साथ जगदीश सिंह, जीपी सिंह,सुरेंद्र शर्मा, आरसी त्रिपाठी, उदय शरण चतुर्वेदी, इंद्रजीत पाठक, एके सिंह, दिलीप सिंह, सुरेश प्रताप सिंह शामिल थे।

मांग पत्र में बरगी के दाई तट के शीघ्र निर्माण करने एवं सतना जिले के हिस्से का नर्मदा जल प्रारूप के अनुसार प्रदान करने सहित अन्य मांगों को सम्मिलित करते हुए कहा गया है कि राज्य सरकार जनहित में नर्मदा के जल को सतना की धरती में लाने के लिए ठोस कदम उठाए, यह कार्य जब तक पूरा नहीं हो जाता संघर्ष समिति का अभियान लगातार जारी रहेगा और इसका फैलाव जन-जन तक करने के लिए गांव -शहर के हर हिस्से पर जन भागीदारी के साथ जन जागरण कार्यक्रम क्रमबद्ध तरीके से चलाया जाता रहेगा। संयोजक राम प्रताप सिंह ने कहा कि इस विषय पर राज्य सरकार के द्वारा की जा रही हीला हवाली और सतना की उपेक्षा किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी। मांग पत्र में राष्ट्रपति  के साथ-साथ प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री और राज्यपाल को भी प्रति प्रेषित की गई है।

नए सिरे से जारी है प्रयास: सांसद 
सांसद श्री सिंह ने कहा कि यह बात सही है कि बरगी का पानी आने में बहुत विलंब हो चुका है लेकिन नए सिरे से फिर प्रयास जारी हैं। मुझे पूरा विश्वास है कि 2023 के पहले बरगी का पानी अवश्य आएगा। स्लीमनाबाद में सुरंग बनाने की गति धीमी है, उसमें तेजी लाने के लिए तथा अन्य वैकल्पिक उपायों पर गंभीर विचार-विमर्श हो रहा है। जल्द ही निश्चित निष्कर्ष पर निर्णय हो जाएगा। बरौंधा क्षेत्र की सबसे बड़ी समस्या पानी है। खेतों में बरगी का पानी ही इस क्षेत्र की किस्मत बदलेगा। 

व्यापारियों का भी समर्थन
मुहिम को व्यापारियों ने भी अपना समर्थन दिया है। कैट के प्रदेश सचिव अशोक दौलतानी के अनुसार पूरे सतना जिले का व्यापारी मूलभूत सुविधाओं के अभाव के कारण पिछड़ रहा है। पूरे जिले का लगभग 70 प्रतिशत से अधिक किसान पानी के अभाव में परम्परागत खेती के मामले में पिछड़ते जा रहे हैं जो कि चिंताजनक है। श्री दौलतानी ने कहा कि  सभी एकजुट होकर नर्मदा जल योजना संघर्ष समिति को अपना समर्थन दें।