निजी अस्पताल तय पैकेज में करें सभी रोगों का इलाज: कलेक्टर
सतना | कोरोना का संक्रमण अब सतना में बेकाबू हो चुका है,संक्रमितों के साथ काल के गाल में समाने वालों का आंकड़ा भी बढ़ता जा रहा है। ऐसे में प्रशासन भयावह महामारी से निपटने के इंतजाम करने व कराने में जुटा है। शनिवार को सतना कलेक्टर ने निजी अस्पताल संचालकों व आईएमए संगठन के पदाधिकारियों के साथ बैठक की और कोरोना को लेकर सबके अनुभव साझा किए। कोविड के बेसिक प्रोटोकॉल के अनुसार 20 फीसदी बेड रिजर्व करने के साथ निजी हॉस्पिटलों को सरकार के तय पैकेज में मारीजों के साभी रोगों का उपचार करना है जिसमें कोरोना संक्रमित को भी बेहतर इलाज देना है। कलेक्टर ने कहा कि कोरोना महामारी के इस संकट काल में डॉक्टर्स अपना मानवता के प्रति फर्ज निभाते हुए बेसिक प्रोटोकॉल के अनुसार कोरोना संक्रमण सहित सभी रोगों का इलाज करें।
रिपोर्ट जिला एपिडेमियोलॉजिस्ट को देना होगा
बैठक में कलेक्टर श्री कटेसरिया ने कहा कि कोरोना के मरीजों के इलाज के लिए नर्सिंग होम अस्पतालों के चिकित्सक एवं पैरामेडिकल स्टाफ को ओरियंटेशन की आवश्यकता होने पर प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। कोरोना जांच के लिए सैंपल किट उपलब्ध रखें या फीवर क्लीनिक के माध्यम से कराए जा सकते हैं। सैंपल और जांच की रिपोर्ट जिला एपिडेमियोलॉजिस्टडॉ प्रदीप गौतम को प्रतिदिन रिपोर्ट करनी होगी। जांच के सैंपल 70 प्रतिशत आरटीपीसीआर से और 30 प्रतिशत आरएटी से करानी होगी। शासन के निदेर्शानुसार पारदर्शिता के लिए इलाज के पैकेज आइटम वाइज एवं निर्धारित जांच दरें संस्था में प्रदर्शित की जाएं।
संक्रमित का इलाज गंभीरता से
नर्सिंग होम और प्राइवेट अस्पतालों से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र स्तर के इलाज की अपेक्षा की जा सकती है। कोरोना संक्रमित मरीज को इलाज के निर्धारित प्रोटोकॉल के अनुसार गंभीरता पूर्वक इलाज करें। रेफरल एक-एक मरीज की मेडिकल हिस्ट्री की गंभीरता पूर्वक मॉनिटरिंग की जा रही है। कलेक्टर ने कहा कि सतना जिले में आॅक्सीजन की उपलब्धता की कोई समस्या नहीं है। सभी प्राइवेट अस्पतालों में आॅक्सीजन सप्लाई में हाई-फ्लो नोजल सिस्टम लगवाएं। बेसिक प्रोटोकॉल के तहत सभी रोगों का इलाज करें। इलाज संबंधी मरीज के दस्तावेज सही रखें, सही इलाज करें। महामारी के दौरान सब का उद्देश्य यही है कि मरीज को सही समय पर अर्ली ट्रीटमेंट मिल जाए, ताकि उसकी स्थिति गंभीर नहीं हो।
एमबीबीएस डॉ सभी रोगों का उपचार कर सकते हैं
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ अशोक अवधिया ने बताया कि एक एमबीबीएस डिग्री धारी चिकित्सक सभी प्रकार के रोगों का इलाज वैधानिक रूप से कर सकता है। कोविड इंचार्ज मेडिकल विशेषज्ञ डॉ लक्ष्मी ने कोविड मरीज के हैंडलिंग ट्रीटमेंट एवं जांच एवं दवाओं तथा आॅक्सीजन की मात्रा, समयावधि एवं उपचार पद्धति की विस्तृत जानकारी दी। कलेक्टर अजय कटेसरिया ने कहा कि कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीन भी एक माध्यम है। जिले में 11 अप्रैल से 14 अप्रैल तक अभियान स्वरूप टीकाकरण उत्सव के रूप में 45 वर्ष आयु से ऊपर के सभी नागरिकों का टीकाकरण किया जा रहा है। जिले के प्राइवेट चिकित्सक, नर्सिंग होम, अस्पताल संचालक नागरिकों और उनके यहां आने वाले मरीजों को टीकाकरण के लिए प्रोत्साहित करें। उन्हें वैक्सीन के फायदे बताएं।
कोरोना से पीडि़त 91 नए मरीज
कभी विदेशी बीमारी के नाम से पहचाने जाने वाला कोरोना अब देशी हो चुका है और बीते 14 महीनों से सतना में कई पारियों में अपना कहर बरपा चुका है। संक्रमण है कि बे-लगाम हो रहा है और एक्टिव केसों के आंकड़ों में भी इजाफा हो रहा है। प्रशासन हो चाहे पुलिस या स्वास्थ्य विभाग सब के लाख प्रयास है पर कोरोना है कि डाउन नहीं हो रहा भले ही लाकडाउन लगा हो। सतना में बात शनिवार की तो सुहब से देर रात तक संक्रमितों की रिपोर्ट आती रही और आंकड़ा बढ़ता रहा। जिले भर में 91 नए मरीजों की आमद के साथ वायरस से पीड़ितों की संख्या 4 सौ के पार हो चुकी है।
इंदौर में सतना के डॉक्टर की मौत
कोरोना का संक्रमण उनको भी नहीं छोड़ रहा है जो आमजनों के लिए अपनी जान की परवाह नहीं कर रहे हैं और सेवा का फल उनको मौत के रूप में मिल रहा है। सतना जिले के निवासी एक डॉक्टर की मौत इंदौर के मेडिकल कालेज में हुई है। सूत्रों के अनुसार उचेहरा के सहिजना कोठार गांव के मूल निवासी पटेल परिवार के होनहार युवक डॉक्टर बना और उसक ी पोस्टिंग इंदौर के मेडिकल कालेज में थी। मरीजों को उपचार देते वक्त डॉक्टर संक्रमित हो गए और बीते दिनों इंदौर में ही उनको उपचार चल रहा था। शनिवार की रात डॉ कोरोना की जंग हार गए और उनकी मौत हो गई।
मैहर में फिर बढ़ा संक्रमण
कोरोना का संक्रमण मैहर में एक बार फिर बढ़ा है। यहां जिले में सबसे ज्यादा 35 संक्रमित सामने आए हैं। जानकारी के अनुसार मैहर में आरटीपीसीआर से ही सुबह 14 लोग सामने आ गए जो कोरोना पीड़ित हैं और उसके बाद देर रात तक मैहर में पॉजिटिव केसों का आंकड़ा 35 जा पहुंचा है। दरअसल मैहर रेलवे स्टेशन में भी बाहर से आने वालों की तस्दीक नहीं हो रही है उसके ही नतीजे हैं कि जिले में संक्रमितों का आंकड़ा मैहर टाप में है।