जलसंकट से निपटने की तैयारी, दस करोड़ में बनेगा नया एनीकट

सतना | अब शहरवासियों को पेयजल संकट का सामना नहीं करना पड़ेगा, नगर निगम ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। इसके लिए माधवगढ़ में टमस नदी में बने एनीकट के अलावा टमस नदी में ही एक और एनीकट बनाए जाने का प्रस्ताव है। नए एनीकट के लिए  निगम के बजट में 10 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। यह एनीकट सतना और टमस नदी के संगम में बेलहटा स्कूल के पास बनाया जाएगा। गौरतलब है कि पेयजल संरचना के लिए निगम के बजट में 27 करोड़ 55 लाख रूपए का प्रावधान किया गया है। 

सतना और टमस नदी के संगम में 
नगर निगम द्वारा शहर में जो नया एनीकट बनाने का प्रस्ताव तैयार किया है वह सतना और टमस नदी के संगम पर है। बेलहटा स्कूल के पास नदी के किनारे प्रस्तावित इस एनीकट के बन जाने से शहर में पेयजल संकट की किसी भी संभावना को समाप्त किया जा सकेगा। इसके अलावा पानी सप्लाई के दौरान गंदे और मटमैले पानी की शिकायतें आती रहती हैं वे शिकायतें भी दूर हो जाएंगी। 

पानी बिना योजनाएं बेकार 
शहरवासियों को चौबीस घंटे सातोंं दिन पानी मुहैय्या करवाने के लिए शहर में दो योजनाएं चल रही हैं। शहर के पश्चिमी भाग में 110 करोड़ की जलावर्धन योजना। इस योजना के जरिए 13 वार्डो में पेयजल सप्लाई का काम किया जा रहा है,तो दूसरी योजना है शहर के पूर्वी भाग में 41.50 लाख रुपए की लागत से अमृत योजना। इसके तहत शहर के 32 वार्डों में पेयजल सप्लाई घर-घर की जा रही है। ये योजनाएं सुचारू रूप से चलती रहें इसके लिए जरूरी है कि निगम के पास पर्याप्त मात्रा में पानी हो और यह तभी संभव है जब एक और एनीकट बनकर तैयार हो। 

बाणसागर से लेना पड़ता है पानी 
शहर में पेयजल संकट न हो लोगों को 24 घंटे सातों दिन पानी मिले इसके लिए जलावर्धन (110 करोड़) एवं अमृत योजना (41.50 लाख) की दो योजनाएं चल रही हैं। इसके बावजूद हमेशा ही जल संकट की आश्ांका बनी रहती है। बजह एनीकट का पानी। पर्याप्त वर्षा के बावजूद पानी भंडारित करने का एक ही स्थान होने की वजह से कई बार तो जल संकट न हो इसके लिए साल में दो -दो बार बाणसागर से पानी लेना पड़ता है। इन्हीं तमाम समस्याओं को देखते हुए माधवगढ़ के अलावा शहर में एक और एनीकट की आवश्यकता लम्बे समय से महसूस की जा रही थी, इसी आवश्यकता की पूर्ति के लिए नए एनीकट का प्रस्ताव तैयार किया गया है।