गैंग की तलाश में जंगल में उतरी पुलिस
सतना | एमपी- यूपी की सीमा पर डकैतोंं की चहलकदमी बढ़ने की आहट मिलते ही पुलिस अलर्ट मोड में आ गई है। गैंग की तलाश में शनिवार को आधा दर्जन से ज्यादा जंगलों में पुलिस ने सर्चिंग की। सर्चिंग के दौरान जंगल से लगे गांव में रहने वाले ग्रामीणों और चरवाहों से मुलाकात कर डकैतों के आने- जाने वाले रास्तों और उनके बारे में जानकारी एकत्र की। उल्लेखनीय है कि इन दिनों बार्डर पर डकैत गौरी यादव की गैंग के अलावा नवोदित दस्यु सरगना सम्पत की गैंग का मूवमेंट कई दिनों से है।
गौरी गैंग की थी मूवमेंट की खबर
इस संबंध में मिली जानकारी के मुताबिक मुखबिरों के जरिए सूचना मिली कि 1 लाख 50 हजार का इनामी डकैत गौरी यादव का गिरोह सतना-कर्वी जिले के बार्डर से लगे जंगलों में देखा गया है। गौरी गैंग के मूवमेंट की सूचना पर पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह ने पुलिस टीम को टास्क दिया। पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर गुरुवार को मझगवां थाना प्रभारी ओपी सिंह चोंगड़े ने पुलिस बल के साथ एमपी- यूपी की सीमा से लगे जंगलों में तकरीबन 7 घंटे तक सघन सर्चिंग की।
रूट को किया गया ट्रैस
डकैत गौरी यादव अपने गिरोह के साथ मप्र की सीमा में घुसकर ज्यादातर पड़मनिया तक आता है, यूपी की सीमा से गौरी यादव गैंग इन जंगलों से होकर किन-किन रास्तों का उपयोग कर पड़मनिया तक पहुंचता है? इन रास्तों को ट्रैस करने में पुलिस टीम ने जंगल जाने वाले चरवाहों, जंगल से लगे खेत में रहने वाले किसानों से बातचीत कर जानकारी एकत्र की। बताया गया कि पुलिस टीम के द्वारा डकैत गौरी यादव के जंगल के पसंदीदा कई रूट को ट्रैस किया है। बियावान जंगल के अंदर इन रास्तो को ट्रैस कर जल्द ही निगरानी बढाने का प्लान बनाया गया है।
जंगल से लगे गांवो में रहने वाले ग्रामीणों से मुलाकात करने के लिए पुलिस ने चौपाल लगाई। चौपाल में ग्रामीणों से रूबरू होकर पुलिस ने जंगल में घूमने वाले डकैतों और संदिग्धों के बारे में जानकारी जुटाई। ग्रामीणों से सहयोग मांगा गया कि वे जंगल में घूमने वाले डकैंतों और संदिग्धों की सूचना दें, नाम गुप्त रखा जाएगा। इस दौरान मवेशी लेकर जंगल जाने वाले चरवाहों से बातचीत कर पुलिस ने उन रास्तों के बारे मे जानकारी ली कि किस रास्ते का उपयोग कर एक जंगल से दूसरे जंगल तक पहुंचने में कम समय लगता है। दरअसल डकैत उसी रास्ते का उपयोग करते हैं जिसमें कम समय लगे। डकैत उसी रास्ते से गुजरते है ंजहां पर उन्हें छिपने के ठिकाने और पानी की उपलब्धता मिलती है।
शनिवार की दोपहर 11 बजे के करीब मझगवां थाना प्रभारी ओपी चोंगड़े, आरक्षक राकेश कश्यप, राजमणि साहू, रणविजय सिंह, अमित यादव, शिव कुमार यादव, अनुज सिंह व अन्य पुलिस कर्मियों के साथ बटोही जंगल के झूरी नाला से सर्चिग शुरू की। बटोही से होते हुए पुलिस टीम भमरा जंगल तक पहुंची इसके बाद पुलिस की टीम सती अनुसुइया जंगल से होते हुए ददरी जंगल में सर्चिंग करते हुए सती अनुसुइया के जंगलो में तलाश करती रही। आसपास के जंगलों में भी डकैतो के आने-जाने वाले रास्तों और रुकने के अड्डों को ट्रैस किया गया।
तीन दिन से यहां है मूवमेंट
तराई से जुड़े भरोसेमंद सूत्रों ने बताया कि पिछले तीन दिनों से डकैत गौरी यादव का मूवमेंट सती अनुसुइया जंगल के अलावा अमरावती जंगल, काली बराह जंगल, बरकट बाबा जंगल और टिकरिया से लगे जंगल के बीच है। सड़क ठेकेदार से 7 लाख रुपए रंगदारी मांगने के पश्चात गौरी गैंग पिछले तीन दिनों से एमपी- यूपी के इन्हीं जंगलों में घूम रहा है। सूत्रों ने बताया कि वर्तमान समय में गौरी के साथ चार हार्डकोर मेम्बर के अलावा दो कैजुअल मेम्बर साथ चल रहे हैं। सूत्रों की मानें तो एमपी- यूपी की सीमा से लगे जंगलों में नवोदित दस्यु सरगना सम्पत गैंग का भी मूवमेंट है। डकैत गौरी यादव के द्वारा सम्पत गैंग की मदद की जा रही है। पुलिस का ध्यान अपनी तरफ से हटाने के लिए गौरी के द्वारा योजनाबद्ध तरीके से सम्पत गैंग को आगे कर मजबूत किया जा रहा है।