महाशिवरात्रि आज: महाकाल के दर्शन पाने के लिए भक्तों को डेढ़ किमी चलना होगा पैदल

भोपाल मप्र के उज्जैन में महाकाल मंदिर में महाशिवरात्रि के दिन बाबा महाकाल के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं को कम से कम डेढ़ किमी तक पैदल चलना होगा। बाबा के दर्शन में भी डेढ़ घंटे से अधिक समय लगेगा। प्रशासन ने ऐसी व्यवस्था की है कि देश के दूर दराज इलाके से महाकाल के दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं को निराश नहीं होना पड़े और वह आसानी से दर्शन लाभ ले सके।

हालांकि डेढ़ किमी की दूरी तय करने में उन्हें कष्ट का अनुभव नहीं होगा। बीच-बीच में पीने के शुद्ध पानी की व्यवस्था होगी। पैर न जले इसके लिए सड़क पर कारपेट बिछा रहेगा। श्रद्धालुओं को धूप से बचने के लिए तिरपाल का टेंट भी लगा मिलेगा। प्रशासन को उम्मीद है कि महाशिवरात्रि के दिन कम से कम 25 हजार श्रद्धालु महाकाल के दर्शन करेंगे।

इंदौर, देवास, मक्सी और आगर रोड से आने वाले श्रद्धालु अपने वाहन हरिफाटक ब्रिज से इंटरप्रिटीशन सेंटर के पास बनी पार्किंग तक लाएंगे प्रशासन ने श्रद्धालुओं की दो कैटेगरी बनाई है। एक सामान्य दर्शन वाले और दूसरे पासधारी व शीघ्र दर्शन वाले श्रद्धालु। शीघ्र दर्शन वाले वो श्रद्धालु हैं जो 250 रुपए का टिकट लेकर दर्शन करेंगे। महाशिवरात्रि की कवरेज के लिए मीडियाकर्मियों और पुजारियों को भस्मारती गेट क्रमांक चार से प्रवेश दिया जाएगा। मीडियाकर्मी और पुजारी अपने वाहनों को महाकाल थाने के पास महाराजवाड़ा स्कूल की पार्किंग में खड़ा करेंगे। दर्शन के बाद गुदरी, चौबीस खंबा, सिंहपुरी होते हुए बाहर निकलेंगे।

सामान्य और शीघ्र दर्शन वाले श्रद्धालु अलग हो जाएंगे
चार धाम में बनी पार्किंग से ही सामान्य और शीघ्र दर्शन वाले श्रद्धालु अलग हो जाएंगे। यहीं पर शीघ्र दर्शन के लिए काउंटर मिलेगा। चार धाम में जूता और सामान रखने के बाद सामान्य दर्शन वाले श्रद्धालुओं को सामान्य दर्शन गेट और शीघ्र दर्शन वाले (250 रुपए का टिकट) श्रद्धालुओं को शीघ्र दर्शन गेट से प्रवेश दिया जाएगा। दोनों तरह के श्रद्धालुओं को जिगजैग से होते हुए हरसिद्धि मंदिर चौराहा लाया जाएगा।

पासधारी श्रद्धालुओं को गेट नंबर आठ से प्रवेश
शंख तिराहा पहुंचने के बाद सामान्य दर्शन वाले श्रद्धालुओं को फैसिलिटी सेंटर के पूर्वी द्वार क्रमांक एक से प्रवेश दिया जाएगा। शीघ्र दर्शन वाले श्रद्धालुओं को फैसिलिटी सेंटर के पश्चिमी छोर पर बने गेट क्रमांक आठ से प्रवेश दिया जाएगा। सामान्य दर्शन वालों को फैसिलिटी होल्डअप से टनल होते हुए गेट नंबर छह से कार्तिक मंडपम में प्रवेश दिया जाएगा। यहां से उतारकर गणेश मंडपम से भगवान महाकाल के दर्शन कराने की व्यवस्था है। शीघ्र व पासधारी दर्शन वालों को शंख तिराहा पहुंचने के बाद फैसिलिटी सेंटर से टनल होते हुए गेट नंबर छह तक लाएंगे। यहां से कार्तिक मंडपम फिर गणेश मंडपम लाने की व्यवस्था की गई है। गणेश मंडपम से ही बाबा महाकाल के दर्शन होंगे।