कमलनाथ ही संभालेंगे अमरवाड़ा उपचुनाव की कमान
भोपाल। लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को मिली करारी हार के बाद एक बार फिर छिंदवाड़ा राजनीतिक हल्कों में चर्चा में है। इस बार अमरवाड़ा विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव को लेकर सियासत तेज होती जा रही है। भाजपा और कांग्रेस दोनों ही संगठनों की सक्रियता भी बढ़ती जा रही है। वहीं कांग्रेस ने एक बार फिर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पर अमरवाड़ा उपचुनाव की जिम्मेदारी सौंपी है। प्रत्याशी चयन से लेकर चुनाव की रणनीति बनाने तक में वे अह्म भूमिका का निर्वाह करेंगे।
अमरवाड़ा विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए मतदान 10 जुलाई को होना है। इस सीट पर भाजपा प्रत्याशी के तौर पर कांग्रेस से आए कमलेश शाह ही नजर आएंगे। वहीं कांग्रेस को अभी यहां प्रत्याशी चयन करना है। वैसे कांग्रेस ने प्रक्रिया की शुरुआत की है। इसके तहत बनाए गए प्रभारी भी कल अमरवाड़ा पहुंचेंगे। वहीं कांग्रेस के केन्द्रीय नेतृत्व में एक बार फिर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पर इस सीट की जिम्मेदारी दी है। सूत्रों की माने तो एक तरह से कमलनाथ को फ्री हैंड देकर उन पर भरोसा जताया है। वे चुनावी रणनीति, प्रत्याशी चयन की प्रक्रिया में अह्म भूमिका का निर्वाह करेंगे। लोकसभा चुनाव में अपना गढ़ हारने के बाद एक बार फिर कमलनाथ छिंदवाड़ा संसदीय सीट की विधानसभा अमरवाड़ा में कांग्रेस की जीत के लिए महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वाह करते नजर आएंगे।
दलबदलू के खिलाफ दिखेगी पूरी कांग्रेस : सज्जन
कमलनाथ समर्थक पूर्व मंत्री सज्जन वर्मा का बयान भी सामने आया है। उन्होंने कहा कि अमरवाड़ा में दलबदलू को सबक सिखाने के लिए कांग्रेस एकजुटता के साथ मैदान में दिखेगी। उन्होंने कहा कि दलबदलू को ही तो भाजपा टिकट देकर अपनी मजबूती बताने का प्रयास करेगी, मगर इस बार दलबदलू के खिलाफ मैदान में कार्यकर्ता पूरी ताकत और जोश के साथ नजर आएगा। राज्यसभा की खाली हुई सीट को लेकर वर्मा ने कहा कि लोकसभा चुनाव में केपी यादव का टिकट काटकर भाजपा ने सिंधिया को टिकट दिया। अब कायदे से यादव को राज्यसभा भेजा जाना चाहिए। भाजपा को उनके साथ न्याय करना चाहिए। वर्मा ने कहा कि वैसे मेरी जानकारी में यह है कि भाजपा किसी दूसरे राज्य के नेता को मध्यप्रदेश से राज्यसभा भेजने की तैयारी कर रही है।