सरकारें दिखाती रहीं झूठे सपने: नर्मदा का पानी हमारा है, इसे हम लेकर रहेंगे
सतना | वैसे तो समय- समय पर नर्मदा का पानी सतना लाने के प्रयास होते रहे हैं लेकिन एक लम्बे अंतराल के बाद इसे एक अभियान का रूप दिया जा रहा है। इसकी सबसे बड़ी विशेषता यह है कि पूरी तरह से गैर राजनैतिक इस अभियान में समाज के सभी वर्गों ने अपनी सहभगिता दिखाई है। चाहे वह व्यापारी हो या रिटायर कर्मचारी, राजनैतिक दल से अथवा ट्रेड यूनियन से जुड़ा व्यक्ति सभी ने नर्मदा का पानी 2024 के पहले सतना लाने का संकल्प लिया।
बरगी का पानी सतना लाने के लिए लगभग 18 सालों बाद एक बार फिर महाअभियान चलाने के लिए तैयार की जा रही पृष्ठ भूमि के तहत रविवार को सिविल लाइन स्थित एक होटल में प्रबुद्धजनों की एक गोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें नर्मदा का पानी सतना लाने के लिए हर-हर नर्मदे, घर-घर नर्मदे अभियान चलाने सहित 6 संकल्प पारित किए गए। इस दौरान मौजूद लोगों ने एक सुर में कहा कि नर्मदा जल के नाम पर सरकारों ने झूठे सपने दिखाए हैं। नर्मदा के पानी पर हमारा अधिकार है और इसे हम ले कर रहेंगे।
2004 तक पानी लाने हो चरणबद्ध प्रयास
- राजाराम त्रिपाठी, पूर्व मेयर: पानी लाने के लिए लिफ्ट का तरीका पूरी तरह गलत
- सदाचारी तोमर, राष्टपति अवार्ड: 2024 तक नर्मदा का पानी लाने चरणबद्ध प्रयास होने चाहिए
- बाबूलाल दाहिया,पद्मश्री: नर्मदा का पानी नहीं आया तो पानी के लिए मारामारी होगी
- जयराम शुक्ला, विचारक: पूर्व विधायक राम प्रताप सिंह के मन में बरगी के लिए तड़प है, सतना वाटर क्राइसेस जोन में है यही स्थिति रही तो इंडोनेशिया की तरह सतना भी मृत मिट्टी हो जाएगा
- चिंतामणि मिश्रा : विंध्य के राजनैतिक नेतृत्व ने अपनी धरती के लिए कुछ नहीं किया
- सुरेन्द्र शर्मा : नर्मदा जल के लिए सामूहिक तौर पर जन अांदोलन की जरूरत
6 संकल्प पारित
- मां नर्मदा का जल विंध्यवासियों का जन्मसिद्ध अधिकार है, उसको प्राप्त करने के लिए हर संभव संघर्ष किया जाएगा
- सरकार को तय करना है कि बरगी का पानी नहर के माध्यम से नर्मदा ट्रिब्यूनल से स्वीकृत योजना के साथ 5 मार्च 2024 के पहले पहुंचे
- प्रत्येक विंध्यवासी संकल्पित है कि मां नर्मदा के संरक्षण के लिए अपने प्राण की बाजी लगा देंगे।
- विंध्य क्षेत्र का हर एक किसान जवान, मजदूर, व्यापारी अपने लक्ष्य तक पहुंचने के लिए मां नर्मदा का जल अंजलि में भरकर संकल्प लेगा
- हम सब विंध्यवासी मां नर्मदा को मां मंदाकिनी से जोड़ने का संकल्प लेते हैं
- इस अभियान को विंध्य क्षेत्र के जन- जन से जोड़ा जाएगा, लक्ष्य प्राप्त होने तक अंतिम सांस तक संघर्ष किया जाएगा
ये रहे मौजूद
इस मौके पर अखंड प्रताप सिंह स्टेट वार कौंसिल सदस्य, हरि प्रसाद गोस्वामी भारत पेंशनर्स समाज, विष्णु खरे अध्यक्ष लेवर वार एसोसिएशन,आरके सिंह इंजीनियर राजीव खरे आरटीआई कार्यकर्ता, संजय सिंह तोमर ट्रेड यूनियन कौंसिल, इन्द्रजीत पाठक किसान यूनियन, अरुणेन्द्र प्रताप सिंह अध्यक्ष विंध्य क्षत्रिय महासंघ, सतेन्द्र सिंह रायल राजपूत संगठन, अमित सिंह परिहार, सतेन्द्र शर्मा, राम सिंह तेजप्रताप दुबे संभागीय सचिव सीटू यूनियन, रमेश प्रताप सिंह जाखी, सुरेश प्रताप सिंह, अमृत प्रसाद पांडेय प्रदेश उपाध्यक्ष भारतीय किसान यूनियन, संदीप सिंह, सत्यनारायण पटेल, हेतराम पटेल, डा. जीपी सिंह सेवानिवृत्त सिव्ष्ट्विव॥ाल सर्जन, दिलीप सिंह संभागीय अध्यक्ष भारतीय किसान यूनियन, इन्द्रजीत पाठक भारतीय किसान यूनियन, प्रतीक, शिरीष पांडेय, सचिन त्रिपाठी, महेन्द्र सिंह बघेल जनपद सदस्य, शेषमणि सिंह मप्र उपभोक्ता हितैषी मंच अध्यक्ष, राजेश यादव पूर्व जिला कोषाध्यक्ष बसपा, अवध नारायण, उपेन्द्र कुमार मिश्रा, रविप्रकाश द्विवेदी, भागवेन्द्र सिंह की विशेष उपस्थिति में महा अभियान को पूरा करने का संकल्प लिया गया।
सरकारें बरगी के लिए सब्जबाग दिखाती रही परन्तु नर्मदा का पानी सतना नहीं आ सका। टनल के स्थान पर लिफ्ट के लिए सरकार एमओयू हस्ताक्षर करने वाली है जिसके लिए 20 करोड़ रुपए दिए जाने वाले हैं। यह पूरी तरह से सतना के लोगों के साथ छलावा है। नर्मदा का पानी लाने के लिए टनल को ही 2024 के पहले निर्माण करके पानी सतना लाया जाना बेहतर होगा। सतना के साथ षड़यंत्र किया जा रहा है जिससे सतना को पानी नहीं मिलेगा, इसको तत्काल रोका जाए और सतना पानी लाने का प्रयास किया जाना चाहिए।
रामप्रताप सिंह, पूर्व विधायक
पहले बरगी को कट एंड कवर के माध्यम से बनाया जाना था बाद में टनल का बनाया जाना प्रस्तावित किया गया, परन्तु अब फिर से लिफ्ट के माध्यम से पानी लाए जाने का निर्णय किया जा रहा है जो कि पूरी तरह से गलत है।
आर के सिंह, सेवानिवृत्त इंजीनियर इन चीफ