भोपाल, इंदौर और जबलपुर में 21 मार्च को पूर्ण लॉकडाउन, 31 तक स्कूल-कॉलेज भी बंद

भोपाल | मध्य प्रदेश में जबलपुर, इंदौर और भोपाल में एक दिन का लॉकडाउन रहेगा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंत्रालय में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक में यह निर्णय लिया। शनिवार रात 10 बजे से सोमवार सुबह छह बजे तक जबलपुर, इंदौर और भोपाल में लॉकडाउन रहेगा। उद्योग धंधे चलेंगे। यह निर्णय शुक्रवार को शिवराज सिंह चौहान द्वारा बुलाई गई बैठक में लिया गया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हालातों की समीक्षा के लिए वरिष्ठ अफसरों की आपात बैठक बुलाई थी। 

मुख्यमंत्री शाम 7 बजे बंगाल से भोपाल लौटने के बाद एयरपोर्ट से सीधे मंत्रालय पहुंच गए थे। मार्च माह में कोरोना की दूसरी लहर आ चुकी है, जो ज्यादा खतरनाक है। संक्रमण से बचने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा, लेकिन अभी भी बाजारों में लोग कोरोना की गाइडलाइन का पालन नहीं कर रहे। इससे कोरोना के ज्यादा फैलने का खतरा है। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि इंदौर, भोपाल एवं जबलपुर में रविवार को लॉकडाउन के दौरान सामाजिक समारोह आयोजित करने के लिए प्रशासन से अनुमति लेनी होगी। प्रदेश के जिन हिस्सों में ओला वृष्टि एवं बारिश से फसलों को नुकसान हुआ है, वहां के किसान चिंता न करें। सर्वे के निर्देश दे दिए गए हैं। फसलों के नुकसान का समुचित मुआवजा दिया जाएगा।

परीक्षा नहीं होगी प्रभावित

वहीं, इन तीनों शहरों में 31 मार्च तक स्कूल-कॉलेज भी बंद रहेंगे। लॉकडाउन को लेकर गृह विभाग ने निर्देश जारी कर दिया है। स्कूल खोलने को लेकर निर्णय नहीं हुआ है। मप्र लोकसेवा आयोग की परीक्षाएं 21 मार्च से शुरू होने जा रही हैं। इंदौर, भोपाल और जबलपुर बंद रहने पर भी अभ्यर्थी जा सकेंगे, क्योंकि सरकार ने इसके लिए अभ्यर्थियों को छूट दी है।

1140 संक्रमित मरीज मिले, सात लोगों की मौत
मध्य प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर ज्यादा खतरनाक होती जा रही है। पिछले 24 घंटे में 1140 नए संक्रमित मिले हैं। इंदौर में आंकड़ा एक बार फिर 300 के पार पहुंच गया है। यहां 2 महीने 26 दिन बाद 302 केस मिले हैं। भोपाल में 3 महीने 7 दिन बाद एक दिन में 203 पॉजिटिव मरीज मिले है। संक्रमितों की संख्या बढ़ने का एक आधार टैस्टिंग बढना भी है। दो दिन पहले तक 18 हजार तक टैस्ट हो रहे थे, लेकिन 18 मार्च को संख्या बढ़ा कर 20,770 की गई। ऐसे में संक्रमितों की संख्या भी बढ़ गई।  पिछले 24 घंटे में 7 मरीजों की मौत हुई है। मौतों का आंकड़ा लगातार कम हो रहा था, लेकिन 18 मार्च को भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, छिंदवाड़ा अलावा कम प्रभावित जिले उमरिया, शाजापुर और खंडवा में 1-1 मरीजों की मौत हुई।

प्रदेश में अब तक कोरोना से मरने वालों का आंकड़ा 3900 के पार हो चुका है। प्रदेश में संक्रमण दर 5.5% होने से साफ है कि कोरोना तेज रफ्तार से लोगों को अपनी चपेट में ले रहा है। कोरोना की समीक्षा बैठक में गुरुवार को स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव मोहम्मद सुलेमान ने बताया था कि अगले डेढ़ माह तक कोरोना केस बढ़ते जाएंगे। ऐसे में ज्यादा सावधानी बरतने की जरुरत है और प्रशासन को ज्यादा सख्त करने की जरुरत है।

जागरूकता अभियान पर दिया जोर
मुख्यमंत्री व चौहान ने कहा कि त्रि-आयामी प्रयासों के अंतर्गत सबसे पहले कोरोना से बचाव के लिए प्रचार-प्रसार और जागरूकता अभियान पर जोर दिया गया है। इसके बाद जिन जिलों में अधिक संक्रमण हो रहा है, उन जिलों में वैक्सीनेशन कार्य को प्राथमिकता और जो नागरिक संक्रमित हो जाते हैं ,उनके समुचित उपचार के प्रबंध का कार्य शामिल है। इन सभी कार्यों में सहयोग का अनुरोध है। 

वायरस अभी पूरी तरह समाप्त नहीं हुआ है। संक्रमण से सभी को बचने की जरूरत है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अधिक भीड़भाड़ वाले कार्यक्रम नहीं किए जाएं। जो कार्यक्रम हों वे कम उपस्थिति और सोशल डिस्टेंसिंग के साथ हों। इसके साथ ही जो गाइड लाइन बनाई गई है उसका सभी लोग पूरी तरह पालन करें।