भूले मर्यादा, गंदी बात पर प्राइमरी टीचर सस्पेंड

सतना। नौनिहाल बच्चों का भविष्य गढ़ने की जिम्मेदारी जिन प्राइमरी टीचरों पर है वह अब गंदी बात करने के आदी हो चुके हैं। यह हम नहीं कह रहे बल्कि लूज टॉक पर लगातार हुई निलंबन की कार्रवाइयों ने इस ओर इशारा किया है। चालू माह में ही यह तीसरी कार्रवाई है जब एक प्राइमरी टीचर को महिला सहकर्मी से गंदी बात करने पर सस्पेंड कर दिया गया है।

जानकारी के मुताबिक जिला शिक्षा अधिकारी ने सोहावल जनपद के संकुल केन्द्र शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय भुमकहर अंतर्गत आने वाली शासकीय प्राथमिक शाला कुड़िया के प्राथमिक शिक्षक संजय सोनी को सस्पेंड कर दिया है। कार्रवाई में बताया गया है कि प्राथमिक शिक्षक संजय ने विद्यालय की महिला प्रधानाध्यापक अंजु मिश्रा के साथ अभद्रता, गाली गालौज और अमर्यादित व्यवहार किया था। इस मामले पर 1 नवम्बर 2011 को एफआईआर भी दर्ज कराई गई है।

निलंबन अवधि में संजय को नागौद बीईओ कार्यालय भेजा गया है। इससे पहले मैहर विकासखंड की माध्यमिक शाला उदयपुर में पदस्थ प्रधानाध्यापक प्रकाश बाबू नामदेव को कलेक्टर डा. सतेन्द्र सिंह के द्वारा निलंबित कर दिया गया है। निलंबित शिक्षक को बीईओ कार्यालय नागौद से अटैच किया गया है।

प्रकाश बाबू नामदेव पर आरोप है कि उनके द्वारा प्राथमिक खंड में पदस्थ किरण सिंह के साथ अभद्र व्यवहार किया गया। इसी तरह 3 जनवरी 2020 को ऐसे ही एक मामले में प्राथमिक शाला हरिजन बस्ती बेला में पदस्थ सहायक अध्यापक रामभूषण शुक्ला को निलंबित किया गया। रामभूषण शुक्ला पर विद्यालय में पदस्थ महिला कर्मचारी राजकुमारी गर्ग के साथ गाली- गलौज और अपशब्दों का प्रयोग करने का आरोप था।

महिला कर्मचारी ने इस मामले की शिकायत की थी, साथ ही गांव के सरपंच के द्वारा भी यह प्रकरण अधिकारियों के संज्ञान में लाया गया था। शिक्षक पद पर होते हुए भी इनके द्वारा महिलाओं पर अभद्र टिप्पणी की गई जिसका असर बच्चों पर भी पड़ सकता है। हालांकि इन्हें इस बात से कोई फर्क नजर नही आता।