फीस जमा करो, दुर्गा उत्सव मनाने की अनुमति लो
विश्वविद्यालय के आदेश का छात्रों ने किया विरोध
भोपाल। प्रदेश का बरकतउल्ला विश्वविद्यालय एक बार फिर सुर्खियों में हैं। इस बार विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा जारी आदेश में कहा गया कि जो छात्र छात्रावास की फीस जमा नहीं करेंगे, उन्हें दुर्गा उत्सव मनाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। विश्वविद्यालय के इस फैसले का विरोध भी ष्शुरू हो गया है। इसके पहले भी विश्वविद्यालय विवादों में रहा है।
दरअसल बरकतउल्ला विश्वविद्यालय ने एक नया आदेश जारी किया है, जिसके तहत छात्रों को 2 से 6 अक्टूबर के बीच छात्रावास फीस जमा करनी होगी। अगर तय समय पर फीस जमा नहीं की गई तो छात्रों का प्रवेश अवैध माना जाएगा और दुर्गा उत्सव की अनुमति नहीं दी जाएगी। साथ ही अगर छात्रों को कुलपति से मिलना है, तो सिर्फ दो छात्रों को ही अनुमति दी जाएगी। अन्य छात्रों को नजदीकी पुलिस स्टेशन से अनुमति लेनी होगी। यह आदेश वायरल हो गया है, जिसने विश्वविद्यालय में पहले से चल रहे भगत सिंह जयंती के विवाद के बाद नई चर्चाओं को जन्म दे दिया है। छात्रावास में रहने वाले छात्र आदेश का विरोध कर रहे हैं। छात्रों के अलावा विश्वविद्यालय के आदेश का संस्कृति बचाव मंच भी विरोध कर रहा हे।
संस्कृति बचाओ मंच के अध्यक्ष चंद्रशेखर तिवारी ने कहा कि देश में मुगलों का राज नहीं है। तुगलकी फरमान नहीं चलेंगे। फीस और धर्म दोनों ही अलग अलग मामले है। फीस प्रबंधन का निजी मामला है। साल में एक बार दुर्गा उत्सव मनाया जाता है। ऐसी मनमानी नहीं चलेगी। तिवारी ने कहा कि तत्काल फरमान वापस कर मांगे मांगी। हिंदुओं धर्म के खिलाफ ये भी साजिश का हिस्सा है। अन्यथा की स्थिति में बरकतउल्ला विश्वविद्यालय में आंदोलन किया जाएगा।