भोपाल, इंदौर, उज्जैन और रतलाम में 26 अप्रैल तक बढ़ा कोरोना कफ्र्यू
भोपाल | मध्यप्रदेश में कोरोना की रफ्तार नहीं थम रही है। बड़े शहरों का हालत ज्यादा खराब है। इस बीच भोपाल, इंदौर, उज्जैन रतलाम, दतिया शहर में कोरोना कर्फ्यू बढ़ाकर 26 अप्रैल की सुबह 6 बजे तक कर दिया गया है। क्राइसिस मैनेजमेंट की बैठक में ये निर्णय लिया गया है। वहीं, कुंभ से राज्य में लौटने वालों को क्वारैंटाइन किया जाएगा।
स्मार्ट सिटी बिल्डिंग में बैठक के बाद भोपाल कलेक्टर अविनाश लवानिया ने बताया इस सप्ताह सख्ती ज्यादा रहेगी। 26 अप्रैल तक बेवजह घूमने वालों पर कार्रवाई की जाएगी। केवल कोविड से जुड़े लोगों के लिए ही आवागमन में विशेष रियायतें मिलेंगी। केवल शहर से बाहर आने-जाने वालों को छूट दी जाएगी। ग्वालियर और जबलपुर में 5-5 हजार से ज्यादा एक्टिव केस हो गए हैं। भोपाल और इंदौर में यह संख्या 10-10 हजार से ज्यादा है।
24 घंटे में इन चारों बड़े शहरों में 5,152 नए संक्रमित मिले हैं और 25 मरीजों की मौत हुई है। भोपाल में सबसे ज्यादा 1,669 नए केस आए हैं, जबकि इंदौर-जबलपुर में सबसे ज्यादा 7-7 की मौत हुई है। दमोह में एक महीने पहले रिटायर्ड हुए अपर कलेक्टर आनंद कोपरिहा की कोरोना से मौत हो गई। वैवाहिक सीजन को देखते हुए शादियों की खरीदी के लिए इस बार कुछ दुकानों को भी खोलने की अनुमति दी गई है। इसके तहत सुबह 8 से दोपहर 12 तक खरीदी के लिए दुकानें खुल सकेंगी। इसकी पुष्टि कलेक्टर ने की है। महाकाल मंदिर के एक पुरोहित व एक सहायक पुजारी के खिलाफ धारा 188 के तहत महाकाल थाने में मामला दर्ज किया गया है। इसके साथ ही मंदिर प्रशासन ने भी नोटिस जारी किया गया है। दोनों पंडित घर में सदस्य के कोरोना पॉजिटिव होने के बाद भी मंदिर आ रहे थे।
प्रदेश में पहली बार एक दिन में 66 लोगों की मौतें
मध्यप्रदेश में 24 घंटे में कोरोना के सभी रिकॉर्ड टूट गए हैं। प्रदेश में पहली बार 11,269 नए मरीज मिले हैं। इसके साथ ही 66 लोगों की मौत हुई है। 24 घंटे का रिकवरी रेट 57% रहा, इस दौरान 6397 लोग ठीक होकर लौटे हैं। भोपाल में अब इंदौर से ज्यादा केस मिलने लगे हैं। कोरोना की पहली लहर में इंदौर प्रदेश का सबसे बड़ा हॉट स्पॉट रहा।
अब भोपाल में आबादी के हिसाब से इंदौर से ज्यादा केस मिल रहे हैं, जबकि भोपाल की आबादी इंदौर से कम है। कोरोना के मामले में देश के टॉप 10 शहरों में मध्यप्रदेश के दो शहर भोपाल और इंदौर शामिल हो गए हैं। इस सूची में भी भोपाल, इंदौर से ऊपर है। पिछले 30 दिनों में प्रति 10 लाख आबादी पर भोपाल में 7,359 केस मिले हैं। इंदौर में यह आंकड़ा 7,027 है। इस लिहाज से नासिक, नागपुर, पुणे, मुंबई, बैंगलुरु के बाद छठवें व सातवें नंबर पर भोपाल और इंदौर हैं।
प्रदेश में लगातार चौथे दिन शुक्रवार भी संक्रमण दर 21% से अधिक रही है। कोरोना की जांच में हर चौथे व्यक्ति की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। कोरोना से मरने वालों की संख्या चारों महानगरों में ज्यादा होने के साथ अब छोटे शहरों में मरने वालों की संख्या बढ़ रही है। स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार इंदौर और जबलपुर में 7-7 व ग्वालियर में 5 मौतें दर्ज की गईं। झाबुआ और विदिशा में 4-4 और बैतूल, उज्जैन, राजगढ़ और रतलाम में 3-3 मौतें हुईं। प्रदेश में कोरोना से अब तक मरने वालों की संख्या 4491 हो गई है।
निर्धारित दर पर ही हो कोरोना जांच
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने निर्देश दिए कि निजी लैब, अस्पतालों द्वारा निर्धारित दर पर ही कोरोना टेस्ट, सीटी स्केन तथा कोरोना का उपचार किया जाए। अस्पताल टेस्ट एवं इलाज की दरें बाहर प्रदर्शित करें। जो अस्पताल निर्धारित दरों से अधिक शुल्क लें, उनके खिलाफ कार्यवाही की जाए। होम आयसोलेशन में दवाओं की किट, टेलीमेडिसिन के साथ ही निरंतर निगरानी हो। दिन में दो बार मरीज से बात की जाए। होम आयसोलेशन में रह रहे मरीजों को शहरी क्षेत्र में नगरीय निकाय एवं ग्रामीण क्षेत्र में पंचायतों के माध्यम से नि:शुल्क दवाओं की किट वितरित की जाएगी। वर्तमान में प्रदेश में 44 हजार 999 मरीज होम आयसोलेशन में हैं।
हमीदिया अस्पताल से 853 रेमडेसिविर इंजेक्शन चोरी
कोरोना मरीजों के लिए जीवनरक्षक माने जाने वाले रेमडेसिविर इंजेक्शन भोपाल के हमीदिया हॉस्पिटल से चोरी हो गए। चोरों ने सेंट्रल स्टोर की ग्रिल काट कर 853 रेमडेसिविर इंजेक्शन चोरी कर ले गए। रेमडेसिविर किल्लत के बीच मप्र में सरकारी अस्पताल से पहली बार इंजेक्शन चोरी होने का मामला सामने आया है। सरकार ने भोपाल के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल में ये इंजेक्शन गंभीर मरीजों के इलाज के लिए भेजे गए थे। इंजेक्शन गायब होने की जांच के आदेश दे दिए गए हैं। रेमडेसिविर इंजेक्शन बाजार से गायब हो गया था।