सतना के बाद अब रीवा में केके स्पन पर लटकी तलवार

रीवा | सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट की ठेका कंपनी केके स्पन पर रीवा में भी तलवार लटकने लगी है। हाल ही में सतना में घटिया काम करने के चलते ब्लैक लिस्टेड की गई इस कंपनी को निगम प्रशासन ने यहां भी काली सूची में डालने की कवायद शुरू कर दी है। इस सिलसिले में कंपनी को गत दिवस फिर से नोटिस जारी किया गया है। कंपनी ने अभी तक मात्र 15 से 20 फीसदी काम किया है।

शहर में सीवरेज लाइन का काम करने वाली केके स्पन कंपनी को ब्लैक लिस्टेड करने निगम प्रशासन ने नोटिस भेजा है। वर्ष 2016 में 728 किलोमीटर सीवरेज लाइन बिछाने का कार्य केके स्पन कंपनी को दिया गया था। जिसे 214 करोड़ रुपए की लागत से पूरा किया जाना था। गौर करने वाली बात यह है कि इस कार्य के लिए 32 महीने का समय कंपनी को दिया गया था। ताज्जुब की बात यह है कि चार वर्ष बीत जाने के बाद कंपनी ने मात्र 15 फीसदी ही कार्य कर पाई है। ऐसी स्थिति में कंपनी को ब्लैक लिस्टेड करने के लिए निगम प्रशासन ने एक अप्रैल को नोटिस भेजा है। 

6 माह का मिला था एक्सटेंशन
शहर में 728 किलोमीटर के सीवर लाइन बिछाने एवं दो एमएलडी के सात एसटीपी बनाने का जिम्मा केके स्पन कंपनी को दिया गया था। 32 महीना पूरे हो जाने के बाद जब कंपनी ने समय पर कार्य नहीं किया, ऐसी स्थिति में एक बार फिर से कंपनी को उपकृत करने छह महीने का एक्सटेंशन दिया गया। ताज्जुब की बात यह है कि जो काम तीन वर्ष में कंपनी द्वारा पूरा नहीं किया गया था उसे 6 महीने में कैसे पूरा किया जा सकता था। एक्सटेंशन की समयावधि पूरी हो जाने के बाद मात्र एक्सटेंशन अवधि से अब तक केके स्पन कंपनी ने पांच फीसदी का काम ही किया है। ऐसी स्थिति में कंपनी को ब्लैक लिस्टेड करने एवं दूसरी कंपनी को कार्य करने का जिम्मा सौंपने के लिए निगम प्रशासन ने 1 अप्रैल को स्टेट कमेटी को पत्र लिखा है। 

पहले भी हो चुका पत्राचार
केके स्पन के घटिया कार्य को देखते हुए तत्कालीन नगर निगम आयुक्त सौरभ सुमन, सभाजीत यादव द्वारा ब्लैक लिस्टेड करने एवं दूसरी कंपनी को कार्य का जिम्मा देने के लिए पत्राचार किया जा चुका है। हालांकि कंपनी ब्लैक लिस्टेड नहीं की गई और इसे उपकृत कर दिया गया। 32 महीने की अवधि पूर्ण हो जाने के बाद इसे छह माह का फिर से एक्सटेंशन दे दिया गया। ताज्जुब की बात यह है कि जहां पर कंपनी को कार्य में देरी किए जाने के चलते जुर्माना लगाना चाहिए, वहीं कार्य की अवधि को ही बढ़ा दिया गया है। ऐसी स्थिति में शहर की बदहाल सूरत में शासन की भी भागीदारी मानी जा रही है।

चार जिलों का मिला था काम
सीवरेज लाइन के काम करने के लिए केके स्पन कंपनी को चार जिले का ठेका दिया गया था। जिसमें रीवा के अलावा सतना, सिंगरौली एवं कटनी जिले शामिल थे। कंपनी द्वारा घटिया एवं कछुआ चाल से काम करने पर कई बार नोटिस दिया जा चुका है। सतना जिले से इस कंपनी को ब्लैक लिस्टेड कर दिया गया है। बताया गया है कि सतना में भी केके स्पन कंपनी द्वारा पूरी तरह से शहर की सूरत को बदतर बनाने के बाद भी समय पर कार्य पूरा नहीं किया। ऐसी स्थिति में सतना नगर निगम ने इस कंपनी को ब्लैक लिस्टेड कर कार्य से मुक्त कर दिया है। यही स्थिति सिंगरौली एवं कटनी की बताई जा रही है। जहां पर कंपनी द्वारा समय पर कार्य पूरा नहीं किया गया है।

बदहाल कर दी शहर की सूरत
शासन की महत्वाकांक्षी अमृत योजना के तहत महानगर की तर्ज पर शुरू किए गए सीवरेज लाइन निर्माण कार्य का जिम्मा मिल जाने के बाद केके स्पन कंपनी ने शहर की सूरत को बदहाल कर दिया है। मुख्य सड़कों से लेकर मोहल्लों तक की सड़कों को खोदकर उसे चलने लायक नहीं छोड़ा। कई ऐसी सड़कें खोदी गर्इं जो दो महीना पूर्व ही बनकर तैयार हुई थीं। शहर के लोगों का आना-जाना भी दूभर हो गया था। कंपनी द्वारा सीवरेज लाइन बिछाने के लिए खोदे गए गड्ढों में जहां कई बेजुबान जानवरों की मौत हो गई है, वहीं कई लोग घायल हो चुके हैं। बावजूद कंपनी ने मात्र शहर में 15 फीसदी ही काम किया है। ऐसी स्थिति में माना यह जा रहा है कि शहर में सीवरेज लाइन बिछाने का कार्य कंपनी के वश में नहीं है। यही वजह है कि एक बार फिर से ब्लैक लिस्टेड करने निगम प्रशासन ने पत्र भेजा है। 

केके स्पन कंपनी के कार्य की धीमी प्रगति के चलते ब्लैक लिस्टेड करने 1 अप्रैल को पत्राचार किया गया है। हालांकि अभी कंपनी को ब्लैक लिस्टेड नहीं किया गया है। यह सही है कि समय समाप्त हो जाने के बाद भी केके स्पन द्वारा मात्र 23 फीसदी ही कार्य किया गया है।
पीएन शुक्ला, एसडीओ नगर निगम