सर्द हवाओं का कहर, 5.7 पर ठहरा पारा
सतना। एक कहावत है ‘धन के तेरा मकर 25’ यानी मकर राशि में सूरज के आने से ठंड बढ़ती है और उसका समय 25 दिन का होता है। बुजुर्गों द्वारा कही गई यह लोकोक्ति इन दिनों गिाते पारे के कारण बिल्कुल सटीक बैठती है। कहावत को सच साबित करते हुये विदाई की बेला में ठंड ने बुधवार को जोर मारा जिससे लोग कपकपाने के लिए मजबूर हो गए। उत्तर की सर्द हवाओं के चलते शहर का तापमान 4 दिनों में 8 डिग्री नीचे चला गया है। पिछले साल 11 जनवरी को न्यूनतम तापमान 4.4 डिग्री दर्ज हुआ था जो साल का सबसे कम था। अनुमान है कि शुक्रवार से न्यूनतम तापमान में आंशिक तेजी आनी शुरू हो जाएगी। हवा में नमी न बढ़ने से फिलहाल बारिश के आसार नहीं हैं।
संभावना के उलट नये साल के पहले सप्ताह राहत देने वाले रहे लेकिन दूसरा सप्ताह शुरू होने के साथ ही मौसम के तेवर तल्ख होने शुरू हो गये थे। 9 जनवरी से रात के तापमान में गिरावट शुरू हुई जो अभी भी जारी है। इसके साथ ही बुधवार की रात इतनी अधिक ठंड रही कि न्यूनतम तापमान पिछले दिन के 5.5 से गिरकर 4.6 में पहुंच गया। यह सीजन की सबसे ठंडी रात थी। रात कैसी होगी इसका अंदाजा रात 8 बजे के बाद से ही होने लगा था जब घर के बाहर गर्म कपड़ों में निकलने पर ठंड परेशान कर रही थी। इस दौरान गलन ने लोगों के छक्के छुड़ा दिये।
यहां तक कि जो लोग काम के चलते रात को घर से बाहर थे उनमें अधिकांश सुबह बीमार दिखे। गांवों की हालत और खराब रही। कुछ स्थानों पर सुबह घांस में खर्रा जमा दिखा तो परसमनियां पठार के मैदानी क्षेत्र में अरहर की फसलों को पाला मार जाने की भी जानकारी मिली है। यद्यपि गुरुवार को ठंड के तेवर कुछ ढीले रहे और गलन का अहसास कम ही हुआ। जानकारों का कहना है कि धूप कड़ी होने के साथ ही हवा की रफ्तार कमजोर व दिशा बीच-बीच में बदलने से दिन और रात के तापमान में आंशिक वृद्धि होनी शुरू हो जाएगी।