सरकार से दलित युवक की मौत का 28 को हिसाब मांगेगी भारतीय जनता पार्टी
भोपाल। सागर में दलित युवक को जिंदा जलाए जाने और प्रदेश में विशेष वर्ग द्वारा दलितों के साथ हो रहे अत्याचार के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी अनुसूचित जाति मोर्चा ने शनिवार को प्रदेशभर में राज्यपाल के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर आरोपियों को कड़ी सजा देते हुए पीडित परिवार को न्याय देने की मांग की।
संभागीय मुख्यालय होशंगाबाद में प्रदेश उपाध्यक्ष प्रदीप लारिया, ग्वालियर में पूर्व मंत्री लालसिंह आर्य, उज्जैन में मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष सूरज कैरो, इंदौर में प्रदेश प्रवक्ता चिंतामणि मालवीय, भोपाल में पूर्व विधायक डॉ. कैलाश जाटवा ने राज्यपाल के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा।
इसी प्रकार सभी संगठनात्मक जिलों में मोर्चा के पदाधिकारियों ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर दलित वर्ग के लोगों को संरक्षण और उन्हें न्याय दिलाने की मांग की। होशंगाबाद में एडीएम को ज्ञापन सौंपते हुए पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष प्रदीप लारिया ने कहा कि सागर की घटना से मध्य प्रदेश सरकार का दलित विरोधी चेहरा उजागर हुआ है। मध्यप्रदेश में कांग्रेस तुष्टिकरण की राजनीति कर रही है और इसी कारण दलितों पर अत्याचार करने वाले विशेष वर्ग के लोगों पर कार्यवाही करने के बजाय उनका संरक्षण कर रही है।
उन्होंने कहा कि पिछले 1 साल में दलितों पर अत्याचार बढ़े हैं और उनके साथ मारपीट की गई है। उन्हें जान से मारा गया है। सागर में दलित युवक के साथ जो घटना है बड़ा उदाहरण है कि मध्यप्रदेश कांग्रेस के राज में दलित विरोधी प्रदेश बन गया है। उन्होंने कहा कि सागर के दलित परिवार को जब तक न्याय नहीं मिल जाता तब तक भारतीय जनता पार्टी लड़ाई लड़ेगी।
एक साल में कुछ नहीं किया
सागर में गरीब दलित युवक धनप्रसाद ने जिंदा जलाने की घटना के पहले पुलिस प्रशासन के सामने गुहार लगाई, लेकिन इस सरकार ने अपनी वोटबैंक और तुष्टिकरण की नीति के चलते कोई त्वरित कार्रवाई नहीं की। उसे जलाए जाने के बाद भी प्रदेश सरकार ने उसकी सुध नहीं ली। जब भाजपा ने प्रतिक्रिया शुरू की और राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के उपाध्यक्ष ने लताड़ लगाई, तब उसे एयरलिफ्ट करके दिल्ली भेजा गया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। सरकारी उपेक्षा के चलते आखिरकार उसकी मौत हो गई। लेकिन मैं मुख्यमंत्री कमलनाथ को यह बता देना चाहता हूं कि किसी की जान इतनी सस्ती नहीं होती।
इसलिए हम 28 जनवरी को सागर जाएंगे और सरकार से दलित युवक की मौत का हिसाब मांगेंगे। यह बात भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद राकेश सिंह ने शनिवार को जबलपुर में मीडिया से चर्चा के दौरान कही। उन्होंने कहा कि 28 जनवरी को पूर्व मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चैहान और नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव भी सागर जाएंगे और सरकार की दलित विरोधी नीति के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन करेंगे। प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने कहा कि लोकंतंत्र में विपक्ष की भूमिका लोकतांत्रिक तरीके से विरोघ दर्ज करना है और भारतीय जनता पार्टी ने पूरे प्रदेश में यही किया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार निकम्मी, गूंगी और बहरी है।
मध्यप्रदेश दलितों के लिए असुरक्षित प्रदेश बना
ग्वालियर में राज्यपाल के नाम एडीएम को पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री लाल सिंह आर्य ने एडीएम को ज्ञापन सौंपते हुए सागर के दलित युवक धन प्रसाद अहिरवार के परिवार को न्याय देने की बात कही। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में अराजकता का वातावरण है।
कांग्रेस दलितों मसीहा बताती है लेकिन दलित पिछले 1 साल से सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं। उन्होंने कहा कि दलित युवक को सरेआम अल्पसंख्यक वर्ग के कुछ लोग जिंदा जला देते हैं लेकिन प्रशासन कोई कार्यवाही नहीं करता। उस युवक को पर्याप्त इलाज भी मध्यप्रदेश कि सरकार नहीं दे पाती और इलाज के अभाव में उसकी मृत्यु हो जाती है। उन्होंने कहा कि दलित युवक की मौत के बाद भाजपा के जनप्रतिनिधि और पूर्व विधायक अंत्येष्टि में शामिल होते हैं तो कांग्रेस के लोग उन्हें रोकते हैं क्योंकि वो दलित परिवार को न्याय नहीं मिलने देना चाहते हैं।