एडी ने रिपोर्ट में कहा संदिग्ध है पूरा मामला, समिति ने की गड़बड़ी

रीवा। पॉलीटेक्निक कॉलेज के पेपर लीक मामले की जांच रिपोर्ट कलेक्टर को भेज दी गई है। एडी की रिपोर्ट ने प्राचार्य और परीक्षा संचालन समिति को कटखरे में खड़ा कर दिया है। रिपोर्ट ने स्पष्ट कर दिया गया है कि लापरवाही बरती हुई थी। ज्ञात हो कि रीवा पॉलिटेक्निक कॉलेज में प्राचार्य और इन्वेस्टिगेटर्स की लापरवाही से 21 जून का 22 जून को पेपर सेट खोल दिया गया था। 21 जून को सेकंड सेमेस्टर कम्प्यूटर हार्डवेयर एवं मेटीनेंस सेकंड सेमेस्टर में डिजिटल टेक्निक विषय का पेपर था।

इस दिन स्ट्रांग रूम से जिस पेपर का सेट स्ट्रांग से कंट्रोल रूम तक निकाला गया। उस दिन उस विषय का प्रश्नपत्र ही नहीं था। इसके बाद भी कॉलेज प्राचार्य और संचालन समिति की लापरवाही से सेट ओपन कर दिया गया। सील बंद लीफाफा ब्रेक कर दिया गया। इन्वेस्टिगेटरों को जब पता चला कि गलत सेट बाहर आ गया है तो उसे वापस नहीं रखा गया।

22 जून के पेपर के सेट पर सभी ने एक दिन बाद की साइन भी कर दिया। इसी लापरवाही ने पर पॉलिटेक्किन प्राचार्य और परीक्षा संचालन समित के सदस्य फंसते नजर आ रहे हैं। कलेक्टर तक मामले की शिकायत पहुंची थी। शिकायत टीएल में लगी। मामले को संज्ञान में लेते हुए कलेक्टर ने एडी उच्च शिक्षा प्रोफेसर पंकज श्रीवास्त को जांच के निर्देश दिए। तीन सदस्यीय टीम 6 जनवरी को कॉलेज पहुंची। मामले की जांच की और सभी के बयान भी दर्ज किए। जांच में पूरा मामला ही संदिग्ध मिला। प्राचार्य और समिति के सदस्यों के बयान में भी संदिग्ध मिले थे। रिपोर्ट तैयार कर प्रतिवेदन कलेक्टर को एडी ने सौंपा है। इस रिपोर्ट से प्राचार्य और परीक्षा संचालन समिति की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।

कलेक्टर को यह भेजी गई है रिपोर्ट

कलेक्टर को भेजी गई रिपोर्ट में एडी ने कहा है कि 22 जून का प्रश्न पत्र वीक्षकों क्षरा 21 जून को ही हस्ताक्षर कर दिया गया था। उसमें एक वीक्षक एसके सोंधिया 22 जून को आकस्मिक अवकाश पर था। इसके अलावा और भी बातें कही हैं, जिनसे मामला उलझ गया है। दो अन्य बिंदुओं में कहा गया है कि पेपर काटने और खोलने के संबंध में प्राार्य एवं परीक्षा संचालन समिति का कचन परिस्थितियों के अनुसार संदिग्ध है। परीक्षा संचालन समिति का कार्य लापरवाही पूर्ण है एवं नियमानुसार नहीं है।