इंदौर में 83 कौओं की मौत, बर्ड फ्लू को लेकर मप्र में अलर्ट जारी
भोपाल | जहां देशभर में कोरोना के नए स्ट्रेन से दहशत फैली हुई है वहीं मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर के डेली कॉलेज में एक साथ 83 से कौए के मृत पाए जाने से सनसनी फैल गई है। इनमें से कई में वायरस का संक्रमण पाया गया है। इसको लेकर प्रदेश में अलर्ट जारी कर दिया है। हालांकि प्रारंभिक जानकारी अनुसार यह वर्ड फ्लू का टाइप तो है, लेकिन वह टाइप नहीं है, जो दूसरे को भी संक्रमित करे।
वेटरनरी विभाग के डॉक्टर और निगम की टीम ने मोर्चा संभाल लिया है। जांच के दौरान पाया गया कि कौवों की मौत एच5एन8 एवियन इन्फ्लूएंजा से हुई है। एच5एन1 से लेकर एच5एन5 टाइप तक वाला वायरस घातक बर्ड फ्लू होता है, जो एक पक्षी से दूसरे पक्षी में फैलता है। वर्तमान में जिस वायरस से कौओं की मौत हुई है, वह केवल कौओं तक ही सीमित है।
छह फीट गड्ढा खोदकर दफनाए कौए के शव
वायरस से मृत कौए को निगम की टीम ने पशु विभाग के अधिकारियों की मौजूदगी में शनिवार सुबह एकांत में दफनाया। यहां मौजूद एक कर्मचारी ने पीपीई कीट पहनाकर पहले मृत कौए को एकत्रित किया। इसके बाद फिर उन्हें काली पॉलीथिन में भरा। इसके लिए पहले जेसीबी की मदद से 6 फीट का गड्ढा खोदा गया। इसके बाद सभी कौवों को गड्ढे में डालकर ऊपर से चूने की परत बिठाई गई। इसके बाद फिर मिट्टी डालकर उन्हें दबा दिया गया।
भोपाल भेजा सैंपल
वेटरनरी विभाग के डॉक्टर और निगम की टीम डेली कॉलेज पहुंची। कुछ कौए की जांच में एच5एन8 एवियन इन्फ्लूएंजा का वायरस मिला है। डेली कॉलेज में 29 दिसंबर को पहली बार कुछ कौए मृत मिले थे। इसकी सूचना मिली तो स्वास्थ्य और पशु चिकित्सा विभाग के अफसर मौके पर पहुंचे। सैंपल जांच के लिए भोपाल स्थित प्रयोगशाला भेजे गए थे। डेली कॉलेज परिसर में जिन पेड़ों के आस-पास कौओं के घोसले बने हुए हैं और जहां कौओं की मौत हो रही है, वहां पर सैनिटाइजेशन करवाया गया।