तस्वीरें पहचानने में 50 फीसदी बच्चे फेल, 40 फीसदी को अक्षर का ज्ञान नहीं
सतना | जिले के 50 फीसदी से बच्चों में तस्वीरों की पहचान की दक्षता नहीं है। इसका खुलासा एक सर्वे में हुआ है। रिपोर्ट में बताया गया है कि, सतना के 50.9 फीसदी बच्चे हाथी-घोड़ों की तस्वीर देखकर उनके नाम नहीं बता सके। इसी तरह 81.6 फीसदी बच्चे सुनाई गई बातें नहीं बता सके। सर्वे 60 गांवों के1365 बच्चों में किया गया। 5 साल आयु वर्ग के 41.9 फीसदी चित्र और 71 फीसदी सुनकर नहीं बता पाए।
एएसईआर सर्वे के अनुसार 4 साल आयु वर्ग के बच्चों की अक्षर छांटने की दक्षता का आंकलन किया गया। जिसमें 5 साल आयु वर्ग के 27.5 फीसदी कमजोर निकले। इन्ही दोनों आयु वर्ग के बच्चों के गणितीय ज्ञान को भी परखा गया जिसमें कुछ सामग्री दी गई। इनकी गिनती करने को कहा गया। 4 साल आयु वर्ग के 28.6 और 5 वषÊ के 48.6 फीसदी बच्चे सफल हो गए। इसी तरह इन्ही बच्चों से उन सामग्रियों की गिनती कर कम्प्रिजन करने को कहा गया जिसमें क्रमश: 38.9 और 53.9 फीसदी सफल रहे।
1 से 9 तक गिनती भी ठीक नहीं
एएसईआर ने सर्वे में यह भी पाया कि जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले बच्चों की गिनती भी ठीक नहीं है। एक और दो अंक के जोड़-घटाने और गुणा दिए गए जिसमें एक अंक का मौखिक और दो अंक को रफ कर देना था। आंकड़ों में बताया गया है कि एक अंक के ओरल टेस्ट लिया गया जिसमें कक्षा 3 के 60.6 फीसदी बच्चे जोड़ कर बता दिया। जबकि घटाना में 51.6 फीसदी सफल हो गए। कक्षा 2 के जोड़ में 40.7 और घटाने में 33.7 तथा कक्षा एक के क्रमश: 27.7 और 25.2 फीसदी सफल रहे। दो अंक के जोड़ में कक्षा 3 के 31.1 और घटाने में 22.8 फीसदी सफल हुए।
किस कक्षा में कितना दाखिला (%)
उम्र कक्षा एक- कक्षा दो- कक्षा तीन
04 7.0 1.4 1.4
05 40.5 4.4 4.4
06 47.8 21.5 7.8
07 17.1 42.8 28.9
08 6.8 14.8 49.7