10-12th Exam: जिले में 91 केन्द्र, 60 हजार से अधिक छात्रों के बैठने की बनाई गई व्यवस्था
रीवा | कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच दसवीं-बारहवीं की बोर्ड परीक्षा कराने की तैयारी तेजी से चल रही है। माशिमं यानी माध्यमिक शिक्षा मंडल के निर्देश पर जिले में 91 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। इन केंद्रों में 60 हजार से अधिक छात्र-छात्राओं के बैठने की व्यवस्था की गई है। सभी केंद्रों में कोविड गाइड लाइन का पालन किया जाएगा। इसके अलावा संक्रमण रोकने से संबंधी सभी व्यवस्थाएं भी केंद्रों में होंगी।
उल्लेखनीय है कि इस वर्ष भी कोरोना संक्रमण के बीच दसवीं एवं बारहवीं की परीक्षा आयोजित होने वाली है। हालांकि इस सत्र में परीक्षा 30 अप्रैल से कराने का निर्णय लिया गया है। जबकि पिछले सत्र तक 10वीं एवं 12वीं की परीक्षाएं मार्च के पहले सप्ताह से शुरू हो जाती थी। लेकिन संक्रमण की वजह से इस बार परीक्षाएं देरी से कराई जा रही हैं। परीक्षा के लिए कुछ ही दिनों का समय शेष बचा है।
ऐसे में जिला शिक्षा विभाग ने दोनों परीक्षाओं को शांतिपूर्ण व व्यवस्थित कराने के लिए तैयारी तेज कर दी है। बताया जा रहा है कि जिले में 91 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। जिले में होने वाली दसवीं की परीक्षा में 34 हजार 824 एवं 12वीं में 25 हजार 449 परीक्षार्थी शामिल होंगे। इन परीक्षार्थियों को केंद्र में निश्चित दूरी पर बैठाया जाएगा। इसके अलावा कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए भी सारे उपाये परीक्षा केंद्रों में केंद्राध्यक्षों के द्वारा किया जाएगा।
12 से होगी प्री-बोर्ड परीक्षा
बोर्ड परीक्षा की तर्ज पर ही दसवीं एवं बारहवीं के छात्रों के लिए प्री बोर्ड परीक्षा भी कराई जा रही है। यह परीक्षा 12 अप्रैल से आयोजित की जाएगी। इसमें बोर्ड की तरह ही प्रश्नपत्र विद्यार्थियों को दिए जाएंगे। इससे यह तय होगा कि कौन सा विद्यार्थी परीक्षा के लिए कितना तैयार है।
नहीं होंगे दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
उल्लेखनीय है कि बोर्ड परीक्षा में हर वर्ष दीर्घ उत्तरीय प्रश्न भी दिए जाते थे। लेकिन कोरोना संक्रमणकाल के चलते इस बार माशिमं ने निर्णय लिया है कि प्रश्न पत्र में दीर्घ उत्तरीय प्रश्न नहीं रहेंगे। इसके स्थान पर लघु उत्तरीय और बहुविकल्पीय प्रश्न ही रहेंगे। या यूं कहें कि माशिमं भी दसवीं एवं बारहवीं के छात्रों को आसानी से परीक्षा पास कराना चाहता है।
मूल्यांकन में होगी देरी
हर साल अप्रैल के अंतिम सप्ताह तक बोर्ड परीक्षाओं का रिजल्ट आ जाता था। इसके लिए मूल्यांकन कार्य भी परीक्षा के दौरान ही शुरू करा दिया जाता था। लेकिन इस बार परीक्षा देरी से हो रही है, जिसके चलते मूल्यांकन कार्य भी प्रभावित होगा। अनुमान है कि इस बार बोर्ड परीक्षा का रिजल्ट मई के अंतिम या फिर जून के प्रथम सप्ताह तक घोषित किया जाएगा।