पांच साल के बेटे और नाबालिग प्रेमी के साथ महिला ने लगाई फांसी
सतना | साड़ा के जंगल में तीन लोगोें की लाश फंदे पर लटकती मिलने से सनसनी फैल गई, सूचना दिए जाने पर देर शाम बरौंधा और मझगवां पुलिस घटना स्थल पर पहुंची। मृतकों की पहचान कपड़ों के आधार पर परिवार के सदस्यों ने की है। महिला 12 दिन पहले होली के दिन अपने पांच वर्षीय बेटे और गांव के नाबालिग प्रेमी के साथ लापता हुई थी। शनिवार को रीवा से फोरेंसिक अधिकारी घटना स्थल की जांच करने पहुंचेगे। फिलहाल बरौंधा पुलिस के द्वारा मर्ग कायम कर घटना की जांच श्ुारू कर दी गई है।
चरवाहों ने देखी थी लाश
इस संबंध में बरौंधा पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार गुरुवार को चरवाहे बकरियां लेकर साड़ा के जंगल गए हुए थे। चरवाहों की नजर पेड़ पर लटक रही तीन लाशों पर गई, लाशों को देखकर चारवाहों को शक हुआ कि मरने वाले साड़ा के भवानीपुर से गायब हुए महिला, उसके बच्चे और युवक हैं। लिहाजा चरवाहे ने गांव पहुंचकर लापता चल रहे युवक के घर वालों को घटना से अवगत कराया।
तस्दीक करने घर वाले पहुंचे जंगल
बरौंधा थाना के साड़ा भवानीपुर से सुनील यादव पिता रामाश्रय यादव 17 वर्ष 28 मार्च से लापता चल रहा था। साड़ा के जंगल में तीन लाशें लटकती मिलने की जानकारी लगने पर शुक्रवार को सुनील के पिता परिवार के कई सदस्यों के साथ चरवाहे को लेकर जंगल पहुंचे। लाशों को देखकर पहचान की तत्पश्चात गांव आकर सरपंच प्रेमलाल यादव को घटनाक्रम की जानकारी दी। अपरान्ह चार बजे के करीब सरपंच ने लापता सुनील के अलावा लापता कुसुम कली यादव और उसके पांच वर्षीय बेटे आशीष की लाश जंगल में लटकी मिलने की सूचना दी।
होली के दिन तीनों हुए थे लापता
बरौंधा पुलिस ने बताया कि 28 मार्च होली के दिन साड़ा भवानीपुर निवासी कुसुमकली यादव पति इन्द्रपाल यादव 30 वर्ष अपने पांच वर्षीय बेटे आशीष के साथ घर से निकली और देर शाम तक लौटकर नही आई। गांव और आसपास के जंगल में तलाश करने के उपरांत इन्द्रपाल ने अगले दिन 29 मार्च को बरौंधा थाना पहुंचकर पत्नी और बेटे की गुमशुदगी दर्ज कराई। पुलिस को बताया कि गांव का ही सुनील यादव उर्फ बच्चा पिता रामाश्रय यादव 17 वर्ष भी अपने घर से लापता चल रहा है। पुलिस के द्वारा कुसुमकली और उसके बेटे की तलाश शुरू कर दी गई लेकिन कहीं कोई सुराग न लगा।
तीन लाश पेड़ में लटकती मिलने की जानकारी लगने पर टीआई बरौंधा राजेश पटेल, टीआई मझगवां ओपी सिंह चोंगड़े पुलिस बल के साथ घटना स्थल के लिए रवाना हुए। तीनों लाशें साड़ा गांव से आठ किमी अंदर जंगल में थी। घटना स्थल तक पहुंचने में पुलिस को पैदल चलना पड़ा। बियावान जंगल में घटना स्थल तक पहुंचने में पुलिस भटक गई। लिहाजा पुलिस टीम को चार किमी से ज्यादा का सफर पैदल करना पड़ा। आखिरकार देर शाम बरौंधा और मझगवां पुलिस की संयुक्त टीम मौके पर पहुंची। टीआई बरौंधा ने बताया कि मृतकों की पहचान 28 मार्च से लापता चल रहे कुसुमकली, उसके बेटे आशीष पांच वर्ष और सुनील उर्फ बच्चा यादव के रूप मेंं हुई है।
कई दिन पुरानी है लाशें
बरौंधा टीआई राजेश पटेल ने बताया कि मृतकों का शव पेड़ में फंदे से लटक रहा था। लाश कई दिन पुरानी है, शरीर का अधिकांश हिस्से का मांस सड़कर गल कर गिर चुका था। कपड़ों के आधार पर परिवार के सदस्योंं ने तीनों की पहचान की है। पुलिस का कहना है कि संभवत: घर से लापता होने के कुछ दिन बाद ही तीनों ने फांसी लगाकर जान दी है। फांसी किन परिस्थितियों की वजह से लगाई यह अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है। मृतक के परिवार के सदस्यों से पूछताछ कर जानकारी एकत्र करने का प्रयास किया जा रहा है। शनिवार को घटना स्थल की जांच रीवा के फोरेसिंक अधिकारी डा. आरपी शुक्ला के द्वारा किया जाएगा ताकि वैज्ञानिक साक्ष्य एकत्र किए जा सकें।
तीन बच्चों की मां है मृतका
पुलिस के अनुसार पांच साल के बेटे और गांव के नाबालिग किशोर के साथ फांसी के फंदे पर लटकती मिली कुसुमकली यादव का विवाह कई वर्ष पहले इन्द्रपाल यादव निवासी भवानीपुर साड़ा से सम्पन्न हुआ था। मृतका कुसुमकली तीन बच्चों की मां थी, 28 मार्च को कुसुमकली अपने छोटे बेटे आशीष यादव 5 वर्ष को लेकर घर से निकली थी, उधर सूत्रों ने बताया कि कुसुमकली का कुछ साल से अपने पति के साथ रिश्ते मधुर नहीं थे और दोनों के बीच आए दिन अनबन होती थी।
गांव में थी दोनों के इश्क की चर्चा
तीन बच्चों की मां कुसुमकली की जान- पहचान गांव के ही 17 वर्षीय सुनील यादव से हुई, कुछ दिनों में ही दोनों की जान-पहचान प्यार में तब्दील हो गई। बेमेल इश्क की चर्चा गांव में धीरे-धीरे होने लगी, यह बात कुसुमकली और सुनील के घर वालों तक पहुंची। बेमेल इश्क का विरोध दोनों के घर वालों ने किया। तीन बच्चों की मां होने के बावजूद कुसुमकली सुनील का साथ छोड़ने को तैयार नहीं थी।
पुलिस सूत्रोें ने बताया कि इस बात को लेकर कुसुमकली का अपने पति के साथ अक्सर झगड़ा होता था, उधर गांव से जुड़े सूत्रों का कहना है कि दोनों के परिवारजनों के द्वारा पाबंदियां लगा दी गई जिस कारण कुसुमकली और सुनील का मेलजोल नही हो पा रहा था, आखिरकार कुसुमकली और सुनील ने घर से भागने का इरादा किया। इस मामले में बरौंधा पुलिस ने बताया कि चर्चाएं कई तरह की सामने आर्इं हैं फिलहाल मर्ग कायम कर घटना की विवेचना शुरू कर दी गई है।