गेहूं उपार्जन: खुले रहे खरीदी केन्द्र, नहीं खुला खाता
सतना | रबी विपणन वर्ष 2021-22 में समर्थन मूल्य पर गेहूं उपार्जन का कार्य गुरुवार से जिले के 103 केन्द्रों में शुरू हो गया। इस दौरान सुबह से शाम तक सभी केन्द्रों में गेहूं की आवक का इंतजार भी होता रहा पर एक भी किसान अपनी उपज लेकर नहीं पहुंचा। यह अकेले गेहूं के साथ नहीं हो रहा बल्कि जिले में 27 मार्च से चना, मसूर और सरसो की सरकारी खरीदी के लिये भी 19 केन्द्रों में फसल के आने का इंतजार हो रहा है जो 6 दिन गुजरने के बाद भी पूरा नहीं हो पाया। उपार्जन से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि अभी गेहूं की कटाई शुरू हुई हैं। एक हफ्ते में काफी कटाई हो जाएगी। माना जा रहा है कि इन केन्द्रों में गेहूं की आवक 10 अप्रैल तक काफी मात्रा में होने लगेगी।
10 के बाद ही गुलजार होंगे केन्द्र
गुरुवार से प्रदेश के लगभग सभी जिलों में गेहूं उपार्जन का कार्य शुरू हुआ है। सतना जिले में गेहूं उपार्जन के लिये फिलहाल 103 केन्द्र बनाए गये हैं। इनकी संख्या अभी बढ़ने की संभावना भी देखी जा रही है। सूत्रों का कहना है कि इन सभी 103 केन्द्रों में किसानों के लिये जरूरी बुनियादी सुविधाओं से लेकर खरीदी के लिये अन्य सभी व्यवस्थाएं भी कर ली गई हैं पर पहले दिन उपार्जन का खाता ही नहीं खुला। शुक्रवार को कुछ केन्द्रों में शुरूआत होने की संभावना देखी जा रही है। हालांकि उपार्जन में 10 अप्रैल के पहले तेजी की संभावना नहीं है। इसका प्रमुख कारण अभी गेहूं की कटाई का काम शुरू होना माना जा रहा है। वैसे भी जिले में पिछले सालों में खरीदी केन्द्र भले ही 25 मार्च तक खुल जाते थे पर वहां गेहूं की पर्याप्त आवक 10 अप्रैल के बाद ही शुरू होती रही है।
7 दिनों तक मान्य होंगे एसएमएस
भोपाल के राज्य सूचना केन्द्र से पंजीकृत किसानों को खरीदी के लिये एसएमएस भेजने का काम भी शुरू हो गया है। गुरुवार के लिये भी प्रत्येक केन्द्र में उपज साने के लिये 10-10 किसानों को एसएमएस भेजे गये थे। बताया गया है कि ये मैसेज सात दिनों तक मान्य रहेंगे। खरीदी केन्द्रों में किसान द्वारा लाये गये गेंहू को वाहन से उतारने तथा उसे साफ करने की राशि किसान द्वारा वहन की जायेगी तो गेंहू की भराई-तुलाई एवं परिवहन के लिये वाहनों में चढ़ाने की मजदूरी केन्द्र चलाने वाली संस्था वहन करेगी। इस बार इस बात का विशेष ध्यान रखा गया है कि गोदाम स्तर पर अधिक से अधिक खरीदी केन्द्र बने, जिससे परिवहन की समस्या न रहे। जिस किसान से पहले गेंहू लिया गया है समिति से उस गेंहू का उठाव होने पर ही अगले किसान के परिवहन की पर्ची जारी होगी।