परीक्षा फार्म भरने के लिए भटक रहे कॉलेजी छात्र
रीवा | अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय की लापरवाही और मनमाने तरीके से सैकड़ों छात्र-छात्राओं का भविष्य खतरे में पड़ गया है। उनका एक साल बर्बाद होने की कगार पर है, जिसे बचाने के लिए छात्र इधर-उधर भटक रहे हैं, लेकिन उनकी सुनवाई नहीं हो रही है। विश्वविद्यालय के जिम्मेदार भी उनकी बातों को अनसुना कर रहे हैं। दरअसल एमए के छात्रों का परीक्षा परिणाम देरी से जारी किया गया। इसके अलावा अगली कक्षा में प्रवेश के लिए परीक्षा फार्म भरने की लिंक भी बंद कर दी गई। इतना ही नहीं परीक्षा भी शुरू करा दी गई है। जिसके चलते देरी से रिजल्ट जारी होने वाले छात्र-छात्राएं फंस गई हैं।
बुधवार को इस परेशानी से जूझ रहे रीवा, सीधी एवं सतना के सैकड़ों छात्र-छात्राएं अलग-अलग टोली बना कर विश्वविद्यालय पहुंचे थे। जिनके द्वारा बताया गया कि उनका रिजल्ट देरी से जारी किया गया है। रिजल्ट आने से पहले ही परीक्षा फार्म भरने एवं परीक्षा की तिथि जारी कर दी गई थी। लेकिन जब तक उक्त छात्रों को परीक्षा फार्म आने की जानकारी हुई, तब तक विश्विद्यालय ने लिंक बंद कर दिया था। ऐसे में पहले तो ये छात्र अपने अध्ययनरत कॉलेज में शिक्षकों के सामने फरियाद लेकर पहुंचे, लेकिन जब वहां सुनवाई नहीं हुई तो वह बुधवार को विश्वविद्यालय पहुंचे, लेकिन यहां भी उनकी सुनवाई नहीं हो रही है। ऐसे में उनका एक वर्ष खतरे में पड़ गया है।
मांग रहे लेट फीस
सीधी के एसआईएस कॉलेज से विश्वविद्यालय पहुंचे एम चतुर्थ सेमेस्टर के छात्र भूपेन्द्र यादव ने बताया कि उसने परीक्षा फार्म संबिट कर दिया था, लेकिन विश्वविद्यालय की ओर से उसे रिजेक्ट कर दिया गया। अब लिंक भी बंद कर दी गई है। विश्वविद्यालय के जिम्मेदारों से बात की गई तो वह लेट फीस मांग रहे हैं। जो नियम के विरुद्ध हैं। भूपेन्द्र के साथ सीधी जिला के करीब दो दर्जन छात्र-छात्राएं मौजूद थीं, जो विवि के इसी गड़बड़ी का शिकार हुई हैं।