स्कूलों में विद्यार्थियों को पढ़ाए जाएंगे यातायात के नियम
भोपाल। प्रदेश के स्कूलों में अब छात्र यातायात नियमों के बारे में पढ़ेंगे। स्कूल शिक्षा मंत्री उदय प्रताप सिंह ने इस बात की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि स्कूली बच्चों को छोटी कक्षाओं से ही यातायात के नियमों की शिक्षा दी जाएगी, ताकि वे बचपन से ही इन नियमों को और उनका पालन करने के महत्व को समझ सकें। 2025-26 सत्र से इस विषय को सिलेबस में शामिल किया जाएगा।
स्कूलों में बच्चों को यातायात के नियम पढ़ाना एक अच्छी पहल है क्योंकि इसे बच्चों में जागरूकता बढ़ेगी। वे सड़क पर जरूरी नियमों का पालन करना सीखेंगे, जिससे दुर्घटनाओं की आशंका कम होगी। यह बच्चों में सामाजिक जिम्मेदारी और अनुशासन की भावना भी पैदा करेगा। साथ ही, यह नई शिक्षा नीति के उद्देश्यों के तहत बच्चों में बचपन से ही नैतिक शिक्षा का प्रसार भी करेगा। सिंह ने बताया कि नई शिक्षा नीति में यह पहल शामिल की गई है। स्कूल शिक्षा विभाग इस दिशा में पाठयक्रम में बदलाव कर रहा है और अगले सत्र से छात्रों को स्कूलों में यातायात के नियम पढ़ाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि छोटी उम्र से ही सिखाने का बालमन पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इसीलिए यातायात के नियमों का पालन कैसे किया जाता है और उनका उल्लंघन क्यों नहीं करना चाहिए, यह सब बच्चों को सिखाना आवश्यक है ताकि वे बचपन से ही इनका महत्व समझ सकें।
मंत्री सिंह ने कहा कि ‘बहुत सी चीजें ऐसी हैं जो अगर बच्चों को शुरु से बताई जाएं तो वे बिना किसी प्रयास या दबाव के उन्हें सीख जाते हैं। जैसे संस्कृति का ज्ञान है। ऐसे ही सड़क परिवहन के नियम, यातायात नियमों को अगर शैक्षणिक व्यवस्था में शामिल करेंगे तो वे आसानी से उन बातों को ग्रहण करते हैं। बड़े होकर चीजें सिखाने से बेहतर है कि बचपन से छोटे छोटे पाठ्यक्रम के माध्यम से उनको इसका ज्ञान कराया जाए। आगामी समय में यही हमारी प्राथमिकता है। नई शिक्षा नीति भी यही कहती है कि जीवन उपयोगी चीजों को पाठ्यक्रम में सम्मिलित किया जाए।