इंटरनेट की अश्लील सामग्री ने बढ़ाए महिला अपराध

इंटरनेट की अश्लील सामग्री ने बढ़ाए महिला अपराध

पुलिस महानिदेशक ने हम होंगे कामयाब अभियान का किया समापन
भोपाल। पुलिस महानिदेशक कैलाश मकवाना ने कहा कि इंटरनेट की अश्लील सामग्री के कारण महिला और बच्चियों के खिलाफ अपराध बढ़ रहे हैं। छेड़छाड़ और अन्य बड़े अपराध भी इसी के कारण बढे हैं।
पुलिस महानिदेशक कैलाश मकवाना ने यह बात आज राजधानी में “हम होंगे कामयाब“ जागरूकता अभियान के समापन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही। अभियान का शुभारंभ सोमवार को भोपाल नगर निगम की महापौर मालती राय ने किया था। समापन समारोह को संबोधित करते हुए पुलिस महानिदेशक मकवाना ने कहा कि महिला सशक्तिकरण और लैंगिक समानता के प्रति संकल्पबद्धता, यह एक अत्यंत प्रासंगिक और महत्वपूर्ण विषय है। आज, जब हम इस विषय पर चर्चा कर रहे हैं, तो यह याद करना जरूरी है कि 40-45 साल पहले ऐसी घटनाओं की रिपोर्टिंग बहुत कम थी, जो आज की तुलना में आश्चर्यजनक लगती है। इंटरनेट और तकनीकी विकास ने पूरी दुनिया को एक साथ जोड़ दिया है, लेकिन इसके सकारात्मक परिणामों के साथ-साथ इसके कई नकारात्मक प्रभाव भी देखने को मिलते हैं।
उन्होंने कहा कि आज इंटरनेट पर उपलब्ध अश्लील सामग्री, दुर्भाग्य से, मोबाइल उपकरणों में भी आसानी से सर्कुलेट हो जाती है। इससे विकृत मानसिकता वाले व्यक्तियों पर विपरीत प्रभाव पड़ता है, जिससे महिलाओं और बच्चियों के प्रति उनकी सोच में नकारात्मक परिवर्तन आता है। यह कई बार छेड़खानी से लेकर गंभीर अपराधों तक की परिणिति बनता है। उन्होंने कहा कि मकवाणा ने कहा कि महिलाओं और बच्चों के प्रति अपराधों को रोकने के लिए पुरुषों और बालकों को संवेदनशील बनाना अत्यंत आवश्यक है। यह प्रक्रिया घर से शुरू होती है, जहां माता-पिता यह सुनिश्चित करें कि बेटे और पुरुष समानता और सम्मान का व्यवहार अपनाएं। स्कूलों और कॉलेजों में युवाओं को इस विषय में जागरूक करना जरूरी है ताकि वे जिम्मेदार नागरिक बन सकें।
उल्लेखनीय है कि शासन द्वारा चलाए जा रहे 16 दिवसीय लिंग आधारित हिंसा के उन्मूलन के लिए हम होंगे कामयाब जागरूकता अभियान 25 नवंबर से चलाया गया था। जागरूकता अभियान में शासन के 25 विभाग शामिल थे। इस अभियान का उद्देश्य जेंडर आधारित हिंसा के उन्मूलन के लिए जागरूकता फैलाना और समानता व मानव अधिकारों को बढ़ावा देना है। यह पहल समाज के सभी वर्गों को सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
सुरक्षा आडिट के  निष्कर्षों   का किया जाएगा  विश्लेषण
पुलिस महानिदेशक ने कहा कि इस पखवाड़े के अंतर्गत हुए सुरक्षा ऑडिट के निष्कर्षों का विस्तृत विश्लेषण किया जाएगा और इसके आधार पर आगे की नीतियां तैयार की जाएंगी। निजी क्षेत्र की समितियों के गठन पर भी विचार किया जा रहा है। इस कार्यक्रम की सफलता इस बात से स्पष्ट है कि इसमें सभी विभागों और लोगों ने सक्रिय रूप से भाग लिया। उन्होंने सभी से अपील की कि इस अभियान को जारी रखें और इसे व्यापक स्तर पर फैलाएं।