मरम्मत के नाम पर दो महीने से बंद है टोन्स वॉटर फाल

रीवा | जिले के सिरमौर वन परिक्षेत्र अंतर्गत आने वाले मनोरंजन पार्क और वॉटर फाल टोन्स जल प्रपात अधिकारिक रूप से 21 अक्टूबर के बाद बंद है। मगर अवैध रूप से यहां पहुंचने वाले टूरिस्ट की पर्ची काटी जा रही है। वन अधिकारियों द्वारा बताया जाता है कि टोन्स वॉटर फॉल में मेंटीनेंस का काम चल रहा है। मगर वहां जाने पर पता चला कि पिछले दो महीने में एक पैसे का भी मरम्मत कार्य नहीं किया गया है।

ज्ञात हो कि जुलाई महीने में भी लगातार एक महीने तक मेंटीनेंस के नाम पर मनोरंजन स्थल को बंद कर दिया गया था। बता दें कि उस दौरान भी विभाग भी किसी भी प्रकार की मेंटीनेंस नहीं की गई। गौरतलब है कि टोन्स वॉटर फॉल तक पहुंचाने वाली स्ट्रील की सीढ़ियां और रेलिंग गायब हो गई है। यहां पर जाने वाले पर्यटकों के गिरकर घायल हो जाने की पूरी संभावना है। बावजूद इसके मनोरंजन पार्क की खामियों की मरम्मत नहीं की जा रही है मगर मरम्मत के नाम पर टोन्स वॉटर फाल को अधिकारिक रूप से बंद किया गया है और अवैध वसूली चालू कर दी गई है। 

गौरतलब है कि टोंस वॉटर फाल में प्रतिदिन दर्जनों सैलानी पहुंच रहे है। ठंड बढ़ने के चलते पर्यटकों की संख्या कमी है मगर अक्टूबर महीने के पहले तक बड़ी संख्या में यहां सैलानियों का आना हुआ है। सूत्रों का कहना है कि पर्ची काटने के बाद जितना भी कलेक्शन होता है उसमें अधिकारियों, कर्मचारियों का हिस्सा काटने के बाद बाकी बची कूची राशि शासन को दी जाती है। यही वजह है कि जिस मद का इस्तेमाल यहां के मरम्मत और विकास कार्य में खर्च किया जाना चाहिए उसका बंदरबाट हो जाता है। पता चला है कि एक सप्ताह पहले वन विभाग के अधिकारियों ने टोंस वॉटर फाल का निरीक्षण किया था और जरूरी फाइलें भी तलब की। 

टूटी है रेलिंग और सीमेन्ट की कुर्सियां
21 अक्टूबर के बाद से अधिकारिक रूप से बंद टोन्स वॉटर फाल की रेलिंग और पर्यटकों के बैठने के लिए बनाई गई सीमेंट की कुर्सियां टूट चुकी है जिन्हें यहां आने वाले पर्यटकों ने ही क्षतिग्रस्त किया है। यह दुर्भाग्यपूर्ण बात है कि सैलानियों की सुविधा के लिए बनाई गई व्यवस्थायें खुद यहां आने वाले टूरिस्ट ही नष्ट कर रहे है। मगर कोई भी अराजक तत्व वन विभाग और पर्यटन क्षेत्र की सम्पत्ति को नष्ट न करें इसकी जिम्मेदारी विभाग की बनती है। मगर अपनी सम्पत्ति की देखरेख करने वाला कोई भी गार्ड तैनात नहीं किया गया है। जिसकी वजह से यहां आने वाले पर्यटक गंदगी तो फैलाते ही है साथ ही पीछे के रास्ते से घूमकर शराब खोरी करते है और अन्य पर्यटकों को परेशान करते है।